कौड़ियों के भाव नीलाम कर दी बेशकीमती लकडि़यां
संवाद सूत्र, बनबसा : सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश व वन निगम टनकपुर की मिलीभगत से सरकार को लाखों का चूना
संवाद सूत्र, बनबसा : सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश व वन निगम टनकपुर की मिलीभगत से सरकार को लाखों का चूना लग रहा है। लाखों की साल व शीशम की लकड़ी कौड़ियों के भाव नीलाम की जा रही है। स्थानीय कुछ ठेकदारों के विरोध के बाद भी प्रशासन मूकदर्शक बना रहा।
स्थानीय ठेकेदारों ने नीलामी प्रक्रिया का विरोध किया। उन्होंने साल व शीशम की बेशकीमती लकड़ी को ले जा रहे ट्रक को रोककर विरोध किया। लेकिन वह सफल नही हुए। ठेकेदार अफरोज खान, हरीश फुलेरा, कादिर अहमद, योगेश जोशी, मोहम्मद अख्तर, दीवान सिंह मेहता ने कहा कि सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश के निर्देश पर टनकपुर वन निगम ने बीते 19 जनवरी को साल और शीशम की 31 लाटों की नीलामी की। नीलाम की गई लकड़ी की कीमत स्थानीय ठेकेदारों ने करीब 50 लाख रुपये आंकी थी। जबकि इसकी नीलामी केवल 10 लाख रुपये में की गई है। जिसके बाद वन निगम के कुछ ठेकेदारों ने पूरे मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाई। डीएम ने मामले की जांच के आदेश एसडीएम टनकपुर को दिए।
परिसंपत्तियों का बंटवारा न होने से चल रहा खेल
बनबसा : उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के बीच बंटवारा न होने से सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश की परिसंपत्तियों को खुर्द-बुर्द किए जाने का खेल पिछले 16 वर्षो से जारी है। वर्तमान में सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश के पास करीब 1100 हेक्टेयर भूमि है। जिसमें से करीब सात सौ हेक्टेयर भूमि पर वन है और पचास हेक्टेयर भूमि अवैध अतिक्रमण की चपेट में है।
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साल और शीशम की लकड़ियों की नीलामी पूरी तरह प्रक्रिया के आधार पर हुई है। नीलामी प्रक्रिया में निष्पक्षता दिखाई गई है। मेरे द्वारा मामले की जांच करने पर मामला सही पाया गया है। जांच डीएम को सौंपी गई है।
- एके चन्याल, एसडीएम, टनकपुर