विश्व पर्यटन मानचित्र में उभरेगा पंचेश्वर : खर्कवाल
जेएनएन, चम्पावत/लोहघाट : भारत-नेपाल सीमा पर पाच नदियों के संगम स्थल पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंगलि
जेएनएन, चम्पावत/लोहघाट : भारत-नेपाल सीमा पर पाच नदियों के संगम स्थल पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंगलिंग प्रतियोगिता शुरू हो गयी है।
एंगलिंग प्रतियोगिता का उद्घाटन चम्पावत क्षेत्र के विधायक व संसदीय सचिव हेमेश खर्कवाल ने महाकाली नदी में एंगलिंग राड डालकर किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्यटन विकास मंत्रालय व केएमवीएन के माध्यम से प्रतियोगिता का आयोजन कर इस पावन भूमि को विश्व पर्यटन मानचित्र में विशिष्ट स्थान दिलाने का प्रयास किया है। देश विदेश के एंगुलरों व पर्यटकों के आने से क्षेत्र को विशेष पहचान मिलेगी। पर्यटकों के अच्छी तादाद में आने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। तब काली नदी में महाशीर मछली का अवैध शिकार करने वाले लोग मछली के संरक्षण का कार्य करेंगे। विधायक ने सरकार की ओर से देश विदेश से आए एंगुलरों का स्वागत किया। उन्होंने शीतजल मत्स्यकी अनुसंधान केंद्र भीमताल से लाए गए स्नो ट्राउट व गोल्डन महाशीर मछली के एक हजार बीज भी काली नदी में छोड़े।
एंगलिंग करने आए पूर्व नौसेना प्रमुख डीके जोशी ने कहा कि पंचेश्वर के बारे में उन्होंने जितना सुना था ये क्षेत्र उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत व सुकून प्रदान करने वाला है। उन्होंने कहा जलीय जीवों को एंगलिंग से नुकसान नहीं पहुंचता है। दवाओं व कारतूसों से होने वाले से शिकार से जलीय जीवों को अत्यधिक नुकसान पहुंचता है। लोगों को इस संबंध में जागरूक किए जाने की जरूरत है। एंगलिंग के लिए पंचेश्वर विश्वभर के अन्य स्थानों में सर्वोच्च है।
रानीखेत के एंगुलर एरिक पॉल ने कहा कि एंगलिंग एक तरह का ध्यान है। इससे आत्मिक अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि गोल्डन महासीर मछली के लिए पंचेश्वर विश्व में विशिष्ट स्थान रखता है। ब्लाक प्रमुख योगेश मेहता ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिता से पंचेश्वर को पहचान मिलेगी। केएमवीएन के जीएम टीएस मर्तोलिया ने आयोजन के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन अशोक पाडेय ने किया। इस अवसर पर एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, काग्रेस जिलाध्यक्ष ओंकार धौनी, विपिन जोशी, सुधीर शाह, राजू गड़कोटी, मैजेस्टिक जर्नी के पीयूष जोशी, महिराज सिंह सहित कई अधिकारी कर्मचारी आदि मौजूद रहे।