पचास दिन बाद शासन मौन
संवाद सहयोगी, चम्पावत : चम्पावत विकास एवं संघर्ष समिति की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर मोटर स्टेशन म
संवाद सहयोगी, चम्पावत : चम्पावत विकास एवं संघर्ष समिति की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर मोटर स्टेशन में चलाए जा रहे धरने को 50 दिन पूरे हो गए हैं। अब तक उनकी मांगों पर शासन प्रशासन की ओर से गौर नहीं किया है। इसको लेकर आंदोलनकारियों में रोष व्याप्त है।
संघर्ष समिति के बैनर तले बेस अस्पताल के लिए वित्तीय स्वीकृति किए जाने, केएमवीएन की संपूर्ण अवशेष भूमि जिला चिकित्सालय को हस्तांतरित किए जाने, जिला मुख्यालय में पृथक एआरटीओ कार्यालय की स्थापना किए जाने, जेल की भूमि को अन्यत्र स्थानांतरित कर जेल के लिए चयनित भूमि पर इंडोर स्टेडियम बनाए जाने, पीजी कालेज में विज्ञान समेत पीजी विषयों के लिए पद सृजित किए जाने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर पांच जुलाई को क्रमिक धरना शुरू किया गया था।
सोमवार को धरने के 50 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर पूर्व कमांडर त्रिलोक सिंह बोहरा, प्रहलाद सिंह बोहरा व हेम राम धरने पर बैठे। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष बसंत तड़ागी व युवा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह महर ने कहा कि क्षेत्र के विकास को 50 दिन से धरना चल रहा है, लेकिन अब तक शासन प्रशासन के नुमाइंदों की कानों में जूं तक नहीं रेंगी है। कहा कि धरने को पर्याप्त जन समर्थन मिल रहा है। जब तक उनकी सुनवाई नहीं होती धरना जारी रहेगा। जरूरत पड़ी तो उग्र आंदोलन भी किया जाएगा। इस दौरान पवन खर्कवाल, रमेश गड़कोटी, प्रदीप गड़कोटी, मनोज अधिकारी, विजय रंसवाल, मुकेश नेगी, किशोर गड़कोटी, कमल भट्ट, रजत तड़ागी, विनोद सिंह चौधरी, त्रिभुवन पटवा आदि मौजूद रहे।