लाइफ लाइन पर कभी भी लग सकता है ब्रेक
नवीन सिंह देउपा, चम्पावत : सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण एवं पहाड़ की लाइफ लाइन नेशनल हाईवे 125 टनक
नवीन सिंह देउपा, चम्पावत : सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण एवं पहाड़ की लाइफ लाइन नेशनल हाईवे 125 टनकपुर-पिथौरागढ़ पर कभी ब्रेक लग सकता है। धौन के समीप पहाड़ दरकने से सड़क के कभी भी टूटने की आशंका बनी हुई है। अगर सड़क टूटती है तो एनएच के अधिकारियों के पास कोई विकल्प ही नहीं बचेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग 125 जनपद चम्पावत व पिथौरागढ़ को तराई से जोड़ता है। पहाड़ में खाद्य सामग्री, सब्जी, निर्माण सामग्री समेत सभी जरूरत वस्तुएं तराई से इसी राजमार्ग से होकर पहुंचती हैं। इसीलिए इसे पहाड़ की लाइफ लाइन भी कहा जाता है। बरसात में यह सड़क पहाड़ टूटने व मलबा आने से कई बार बाधित होती है। कई जगह डेंजर जोन भी हैं। इस कारण बरसात के दिनों में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर जेसीबी लगाई जाती हैं।
पिछली बारिश में धौन के समीप धौन- दियूरी रोड के मुहाने पर पहाड़ दरकने लगा था। धीरे-धीरे टूट कर वह हाईवे के लिए खतरा बन गया है। इस स्थान पर सड़क पहाड़ की चोटी में है। दोनों ओर सौ-सौ मीटर की खाई है। अगर सड़क टूटती है तो एनएच के पास यातायात सुचारू रखने का कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। क्योंकि सड़क को किसी तरह की दीवार बना कर रोकना संभव नहीं होगा।
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धौन के पास पहाड़ जितना खिसकना था, खिसक गया है। अब वह काफी धीरे-धीरे टूट रहा है। सड़क के लिए फिलहाल खतरा काफी कम है। इस तरह के कई और क्रोनिक जोन हाईवे पर हैं। उनके पूरे ट्रीटमेंट के लिए डीपीआर भेजी गई है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू हो जाएगा।
- मनोहर सिंह, ईई एनएच
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हाईवे के किनारे बनेगी नाली
चम्पावत : जल्द ही चम्पावत, लोहाघाट व पिथौरागढ़ नगर में राष्ट्रीय राजमार्ग और भी चकाचक किया जाएगा। इसके किनारों पर नालियां बनाई जाएंगी। ईई एनएच मनोहर सिंह ने बताया कि आबादी वाले क्षेत्रों में हाईवे पर एक किनारे से दूसरे किनारे तक डामरीकरण व नाली निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 10.72 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं। जल्द ही टेंडर लगाए जाएंगे। चार महीने में कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।