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प्रदेश में हो रहा गंगा का चीर हरड़

जागरण संवाददाता, चम्पावत : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने राज्य सरकार पर खनन म

By Edited By: Published: Tue, 26 May 2015 04:46 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2015 04:46 PM (IST)

जागरण संवाददाता, चम्पावत : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने राज्य सरकार पर खनन माफियाओं के हाथों की कठपुतली बनने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड में गंगा माता का चीर हरड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल कागजों पर विकास हो रहा है। धरातल पर कुछ भी नहीं दिख रहा। सीएम हवाई घोषणाएं कर रहे हैं। लालबत्ती पर पैसा लुटाया जा रहा है। आपदा पीड़ितों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। महाराज ने कहा कि मोदी भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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महासंपर्क अभियान के तहत मंगलवार को यहा पहुंचे महाराज ने मोटर स्टेशन में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संसदीय सचिवों के पास कोई काम नहीं है। जो पैसा विकास कार्यो में लगना चाहिए, वह लालबत्ती वालों पर उड़ाया जा रहा है। आपदा के बाद से पर्यटक उत्तराखंड आने से कतरा रहे हैं। अब तक राज्य सरकार पर्यटकों के मन में सुरक्षा का विश्वास पैदा नहीं कर पाई है। इससे पर्यटन प्रभावित हो रहा है और प्रदेश व यहां के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार खनन माफियाओं की कठपुतली बन चुकी है। गंगा माता का चीर हरड़ किया जा रहा है। प्रदेश में विकास केवल कागजों में हो रहा है। धरातल पर कहीं कुछ नहीं दिख रहा। सीएम लगातार हवाई घोषणाएं कर रहे हैं।

लोहाघाट विधायक पूरन फत्र्याल ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। काग्रेसी नेता विकास की अफवाह फैला कर झूठी वाहवाही लूटने में लगे हैं। सरकार खनन माफियाओं से धन उगाही कर रही है। काग्रेस खनन माफियाओं के पैसे पर ही अगला चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। सभा को पूर्व विधायक किशन पुनेठा, जिलाध्यक्ष सुभाष बगौली, पालिकाध्यक्ष प्रकाश तिवारी, मदन महर, मुकेश कलखुड़िया, राजेश उप्रेती आदि ने भी संबोधित किया। संचालन जिला महामंत्री गोविंद सामंत ने किया। इस दौरान मुकेश महराना, कैलाश पाडेय, गिरीश पाडेय, उमाशकर भट्ट, जगदीश जोशी, नारायण गड़कोटी, देवी दत्त जोशी आदि मौजूद थे।

=== इनसेट ===

..तो बंदर से कर दी तुलना

चम्पावत : सभा के दौरान सतपाल महाराज एक कहानी सुना कर इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री की तुलना बंदर से कर गए। उन्होंने कहानी सुनाई कि एक बार बंदर के कहने पर जंगल के जानवरों ने बंदर को राजा बना दिया। कहा कि वह शेर से सबकी रक्षा करेगा। इसी बीच शेर ने एक जानवर खा लिया। अन्य जानवर उसके पास गए तो बंदर ने कह दिया कि वह उछल-कूद व पत्ते तोड़ने का काम कर तो रहा है। अब शेर किसी को खा जाए तो मैं क्या करूं। महाराज ने कहा कि ऐसी ही स्थिति प्रदेश में हो रही है। विकास के लिए धन है नहीं, मुख्यमंत्री सबके कागजों पर स्वीकृत लिख दे रहे हैं। मुख्यमंत्री अपना काम तो कर ही दे रहे हैं। महाराज के इस कटाक्ष पर कांग्रेस नेताओं ने एतराज जताया है।


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