रातभर स्वाला अस्पताल में रखना पड़ा किशोर का शव
चम्पावत : स्वाला के समीप हुई दुर्घटना के मृतक किशोर का शव रातभर स्वाला के अस्पताल में रखना पड़ा। कानू
चम्पावत : स्वाला के समीप हुई दुर्घटना के मृतक किशोर का शव रातभर स्वाला के अस्पताल में रखना पड़ा। कानूनी पेचीदगी के चलते पुलिस ने रात में पंचनामा भरने से इंकार कर दिया। सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम कराने के बाद शव की अंत्येष्टि कर दी गई। वहीं घायलों की हालत में सुधार हो रहा है।
बनलेख निवासी लीलाधर जोशी (45) के छोटे भाई बीमारी के चलते हल्द्वानी के अस्पताल में भर्ती हैं। लीलाधार अपने बेटे रमेश चंद्र जोशी(16) के साथ भाई का हालचाल जानने हल्द्वानी गए थे। जीप गांव के ही गोविंद बल्लभ की थी, जबकि चालक चंद्रमणि जोशी(35) था। गोविंद बल्लभ भी साथ गए थे। रविवार की देर शाम वापसी में सूखीढांग से विद्युत कर्मी ललित भट्ट निवासी सिप्टी भी जीप में सवार हो गए। स्वाला के समीप जीप दुर्घटनाग्रस्त होकर सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में रमेश चंद्र जोशी की मौत हो गई। जबकि लीलाधर, ललित भट्ट व चालक चंद्रमणि घायल हो गए।
सूचना पर चल्थी पुलिस चौकी के प्रभारी भूपाल पौरी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को जिला चिकित्सालय भेजा गया। हालत खराब होने पर ललित को रेफर किया। बनलेख से भी तमाम लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए। रात साढे़ आठ बजे लोगों ने कहा कि किशोर का शव जंगल में रखने की बजाए वह चम्पावत ले जाना चाहते हैं। पुलिस पंचनामा भर दे। चूंकि रात में पंचनामा भरने के लिए पुलिस को डीएम की अनुमति जरूरत होती है, ऐसे में चौकी प्रभारी ने मजबूरी बताते हुए सुबह ही पंचनामा भरने को कहा। इससे लोगों में रोष फैल गया। वह ठंड की वजह से रात जंगल के बीचों बीच सड़क पर नहीं रहना चाह रहे थे। कुछ लोगों ने अधिकारियों को भी फोन किए। इसके बाद देर रात शव को स्वाला के अस्पताल में रखा गया। सुबह पंचनामा भरने के बाद शव को पीएम के लिए चम्पावत लाया गया। दोपहर बाद किशोर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर, बरेली के अस्पताल में भर्ती ललित भट्ट व जिला अस्पताल में भर्ती अन्य की हालत में सुधार हो रहा है।
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गियर स्लिप होने से हुआ हादसा
चम्पावत : स्वाला के समीप विश्राम घाट के बाद चम्पावत की ओर आते वक्त खड़ी चढ़ाई है। पुलिस को चालक ने बताया कि वह गाड़ी को तीसरे गियर में चढ़ा रहा था। वह लोड नहीं ले पाई। जैसे ही उसने गाड़ी को दूसरे गियर में डालने का प्रयास किया, वह स्लिप हो गया। इसके बाद गाड़ी न्यूट्रल होने के चलते पीछे को जाती रही। इसी बीच जीप स्वामी गोविंद ने उतर कर टायर के नीचे पत्थर लगाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक जीप सड़क से उतर चुकी थी। सभी घायल जीप के खाई में करीब सौ मीटर नीचे जाने से पहले ही छिटक गए थे। इस वजह से तीन लोग बच गए। पुलिस के मुताबिक रमेश की मौत सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से हुई है। फिलहाल खाई में से बोलेरो नहीं निकाली जा सकी है।