बीडीसी सदस्य के मामले ने पकड़ा तूल
चम्पावत : प्रसव के दौरान हुई बीडीसी सदस्य की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जनप्रतिनिधियो
चम्पावत : प्रसव के दौरान हुई बीडीसी सदस्य की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जनप्रतिनिधियों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को कलक्ट्रेट में एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने को कहा है। साथ ही चेतावनी दी है कि कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
दो दिन पूर्व प्रसव के दौरान चौड़ाख्याली की क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्मला पंगरिया की मौत हो गई थी। परिजनों ने इसके लिए जिला अस्पताल के साथ ही लोहाघाट सीएचसी की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। इस मामले में लोहाघाट के जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल प्रबंधक का घेराव भी किया था। इधर, शुक्रवार को ब्लाक प्रमुख पुष्पा सकारी की अध्यक्षता में बैठक कर प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की पुरजोर मांग की गई। कलक्ट्रेट प्रभारी अधिकारी अशोक जोशी को ज्ञापन में घटनाक्रम का हवाला देते हुए कहा गया कि जिला अस्पताल व लोहाघाट सीएचसी में सुरक्षित प्रसव की सुविधा न होना वर्तमान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलने को काफी है। करोड़ों रुपये खर्चने के बाद भी मरीज दम तोड़ रहे हैं। ज्ञापन में इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में ज्येष्ठ प्रमुख बसंत तड़ागी, कनिष्ठ प्रमुख भगवत चौधरी, बीडीसी सदस्य दुर्गादत्त, कैलाश राम, वीरेंद्र सिंह, भाजपा नेता नरेश सकारी शामिल रहे।