आसान नहीं होगी पूर्णागिरि यात्रा
टनकपुर:
25 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं। इस बार नवरात्र में देश के सुविख्यात मां पूर्णागिरि धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को कई समस्याओं के चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। नवरात्र शुरू होने में महज 11 दिन शेष रह गए हैं। लेकिन अब तक जगह-जगह क्षतिग्रस्त मार्ग, पेयजल, बिजली आदि व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है।
हर वर्ष शारदीय नवरात्र में मां पूर्णागिरि धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर मन्नतें मांगते हैं। प्रशासन व जिला पंचायत सिर्फ होली पर्व के बाद होने वाले सरकारी पूर्णागिरि मेले में तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा, चिकित्सा, पानी, बिजली, रैन बसेरा, ध्वनि इंटरकाम आदि व्यवस्था मुहैया कराती है। लेकिन शारदीय नवरात्र में श्रद्धालुओं को यह सुविधाएं नहीं मिल पाती है। दो माह पूर्व क्षेत्र व पहाड़ों में हुई भारी वर्षा के कारण पूर्णागिरि मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया। पूर्णागिरि मार्ग के बाटनागाढ़ में आये भारी मलबे को अब तक नहीं हटाया जा सका है। जिससे वाहनों की आवाजाही में भी काफी अड़चनें आ रही हैं। इसके अलावा ठूलीगाढ़ से कालिका मंदिर तक जगह-जगह क्षतिग्रस्त मार्ग के चलते श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। इन दिनों पानी व बिजली की भी दिक्कतें बनी हुई हैं। लेकिन इस ओर अब तक प्रशासन व जिला पंचायत द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए है। जिससे शारदीय नवरात्र में आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतें उठानी पड़ सकती हैं।
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एडीबी को निर्देशित किया गया है कि टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग के बाटनागाढ़ में आए मलबे को जेसीबी मशीन द्वारा शीघ्र हटाए। साथ ही जल संस्थान व विद्युत विभाग को भी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। शारदीय नवरात्र से पूर्व पूर्णागिरि क्षेत्र में व्यवस्थाएं ठीक कर दी जाएंगी। जिससे मां पूर्णागिरि धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जसवंत सिंह राठौर, उपजिलाधिकारी, तहसील पूर्णागिरि, टनकपुर।