खतरे में मंच-तामली मार्ग
चम्पावत : सीमांत इलाकों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला मंच-तामली मार्ग खतरे में है। दो सप्ताह से हो रही बारिश की वजह से गंडक नदी के समीप आधी सड़क बह चुकी है। वहीं कीचड़ की वजह से कनलगांव लिंक मार्ग चलने लायक नहीं रह गया है।
तल्लादेश इलाके को चम्पावत से जोड़ने वाली चम्पावत मंच तामली यानि कि सीएमटी मार्ग अतिवृष्टि की वजह से जगह-जगह बंद हो गया था। लोक निर्माण विभाग को सड़क खोलने में पांच दिन का समय लगा। अब भी सड़क की हालत पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकी है। नगर से करीब दो किमी दूरी पर गंडक नदी के समीप सड़क का आधा हिस्सा बरसाती पानी के साथ बह गया है। अब तक विभाग ने सड़क के हो रहे कटाव को रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किया है। सड़क किनारे नाला न होने सेपानी उसी स्थान से बह रहा है। अगर एक-दो दिन तेज बारिश हुई तो सड़क का बचा हुआ हिस्सा भी बह जाएगा। ऐसा हुआ तो मंच तामली मार्ग पर आवागमन ठप हो जाएगा।
वहीं जगह-जगह कीचड़ की वजह से सीएमटी मार्ग को टनकपुर मार्ग से जोड़ने वाला कनलगांव लिंक मार्ग भी चलने लायक नहीं रह गया है। कनलगांव के ठीक नीचे सड़क पर एक स्कबर टूटा है। वहां पर आधी ही सड़क बची है और वह भी कीचड़ से पटी है। अक्सर वाहन फंस जा रहे हैं। तेजी से निकलाने के प्रयास में कुछ वाहन तो दुघर्टनाग्रस्त होने से बाल बाल बचे। लोनिवि के अधिशासी अभियंता बीसी पंत ने बताया कि मंच-तामली मार्ग के टूटे हिस्से की मरम्मत के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं कनलगांव लिंक मार्ग के स्कबर का निर्माण शीघ्र पूरा करने के लिए ठेकेदार को कह दिया है।