अतिवृष्टि से 10 भवन क्षतिग्रस्त, 49 मार्ग बंद
चम्पावत : अतिवृष्टि से चम्पावत जिले को खासा नुकसान पहुंचा है। भारी वर्षा से जिले में 10 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं मलबे में दब कर एक महिला की मौत हो गई थी। सीमांत को जनपद मुख्यालय से जोड़ने वाले सीएमटी मार्ग समेत 49 संपर्क मार्ग अभी भी बंद पड़े हैं। नदियां छह सौ नाली से अधिक भूमि के साथ ही 21 जानवरों को भी बहा ले गई। जुलाई में अब तक 625 एमएम वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक तीन दिन पूर्व रीठासाहिब क्षेत्र में झोपड़ी में मलबा घुसने से उसमें रह रही 60 वर्षीय नीलावती देवी की जान चली गई थी। मलबे में दबकर उसके दो बैल भी मरे। जनपद भर में कुल 10 मकानों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। चम्पावत मंच तामली मोटर मार्ग, कालूखान-गुरौली, खेतीखान-तपनीपाल, टांकखंदक-करौली, पुनाबे-सिप्टी, ब्रजनगर-तलियाबांज, बिरगुल-गोली, रीठा-अमोड़ी, चौड़ापिता-तलाड़ी, नरसिंह डांडा-गुरौली, रीठा-मिडार, रीठा-ढोलीगांव समेत कुल 49 संपर्क मार्ग अब भी बंद हैं। इनमें 12 मार्ग लोनिवि चम्पावत, 24 लोनिवि लोहाघाट, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की 12 सड़कें शामिल हैं। ऊफनाए नदी नाले अपने साथ चार भैंस, चार बैल, पांच बकरियां, छह गायें व दो बछड़े बहा ले गई। जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदारों ने पटवारियां को नुकसान की सूचना वाले इलाकों मौका मुआयना कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। पशुहानि की रिपोर्ट मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व पटवारी संयुक्त रूप से देंगे।
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तीन लाख रुपये स्वीकृत
चम्पावत : डीएम दीपेंद्र कुमार चौधरी ने मलबे की चपेट में आकर मरने वाली रीठासाहिब की नीलावती के आश्रितों के लिए आपदा राहत मद से मुआवजे के तौर पर तीन लाख रुपये स्वीकृत कर दिए हैं।