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आज बंद होंगे बदरीनाथ के कपाट

संवाद सूत्र, बदरीनाथ: बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को दोपहर 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इ

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 06:02 PM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 06:02 PM (IST)

संवाद सूत्र, बदरीनाथ: बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को दोपहर 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इसके लिए बदरीनाथ को फूलों से सजाया गया है। मंदिर सजाने के लिए ऋषिकेश से 25 क्विंटल गेंदा, गुलाब सहित अन्य प्रजाति के फूल लाए गए हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ शीतकालीन पूजा अब जोशीमठ में होगी।

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बदरीनाथ धाम में इस यात्रा सीजन में आपदा का साया देखने को मिला। बीते वर्ष आपदा के बाद इस वर्ष यात्रा सीजन से लोगों को खासी उम्मीद थी, लेकिन यात्रा पर एक लाख छियत्तर हजार एक सौ एक यात्री ही बदरीनाथ धाम पहुंचने से लोगों को निराशा ही हाथ लगी। बदरीनाथ मंदिर समिति को अब तक चार करोड़ अठाइस लाख की आय हुई है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के उत्सव में यात्रियों का आवागमन बदरीनाथ के लिए जारी है। बुधवार को बदरीनाथ धाम में दो हजार यात्री पहुंच चुके हैं। गुरुवार को यात्रियों की संख्या पांच हजार से अधिक होने की उम्मीद है। कपाट बंद होने के अवसर पर फूलों से मंदिर के अलावा अलकनंदा पुल तक सजाया गया है। नारायण पुष्प समिति त्रिवेणी घाट के कार्यकर्ता भगवान बदरी विशाल के मंदिर को सजाने में जुटे हैं।

नारायण ने दिया लक्ष्मी को न्यौता

शीतकाल में मां लक्ष्मी भगवान नारायण के साथ गर्भगृह में रहेगी। बुधवार को बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने लक्ष्मी मंदिर में मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की। उसके बाद लक्ष्मी को भोग लगाया गया। रावल ने भगवान नारायण की ओर से लक्ष्मी को शीतकाल में गर्भगृह में आने का न्यौता दिया। गुरुवार को बदरीनाथ के कपाट बंद होने से पहले मां लक्ष्मी को गर्भगृह में नारायण के साथ रखा जाएगा।

भविष्य बदरी के कपाट भी होंगे बंद

सुभांई गांव के पूर्व प्रधान कलम सिंह रावत ने बताया कि गुरुवार को दोपहर ठीक 3:35 बजे शीतकाल के लिए भविष्य बदरी मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि परंपरानुसार बदरीनाथ के कपाट खुलने के दिन व बंद होने के दिन ही भविष्य बदरी के कपाट खुलते व बंद किए जाते है। बताया कि कपाटबंदी को तैयारियां पूरी कर दी गई है। कपाट बंदी के अवसर पर श्रद्धालुओं को हलुवा प्रसाद वितरित किया जाएगा।


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