बर्फबारी से मार्ग अवरुद्ध घांघरिया में रोके हेमकुंड यात्री
श्री हेमकुंड साहिब यात्रा का पैदल मार्ग मंगलवार को अटलाकोटी से हेमकुंड तक बर्फ से अवरुद्ध हो गया। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को घांघरिया में रोका गया है। सेना, गुरुद्वारे के स्वयंसेवक व लोनिवि के मजदूर पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के काम में जुटे हैं।
गोपेश्वर। श्री हेमकुंड साहिब यात्रा का पैदल मार्ग मंगलवार को अटलाकोटी से हेमकुंड तक बर्फ से अवरुद्ध हो गया। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को घांघरिया में रोका गया है। सेना, गुरुद्वारे के स्वयंसेवक व लोनिवि के मजदूर पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के काम में जुटे हैं। वहीं, खराब मौसम के बाद भी मंगलवार को 100 से अधिक यात्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेककर लौटे हैं।
सोमवार को हेमकुंड साहिब व लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुले। कपाट खुलने के दिन रुक रुककर बर्फबारी भी हुई। दोपहर बाद हेमकुंड से सभी यात्री वापस लौट चुके थे। मंगलवार को भी रुक रुककर बर्फबारी होने व पहाड़ी से नई बर्फ के खिसककर पैदल मार्ग पर आने से एक किमी हिमखंड क्षेत्र में बनाई गई सीढ़ी में बर्फ जमने से हेमकुंड तक आवाजाही सुरक्षित नहीं थी।
लिहाजा प्रशासन व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मंगलवार को सेना, गुरुद्वारे के स्वयं सेवकों व लोनिवि के मजदूरों से अटलाकोटी से हेमकुंड साहिब तक लगभग एक किमी क्षेत्र में बर्फ हटाकर पैदल मार्ग को सुरक्षित बनाने का काम शुरू करा दिया है। मंगलवार को हेमकुंड साहिब जाने वाले यात्रियों को बेस कैंप घांघरिया में ही रोका गया है।
घांघरिया में तीन हजार जबकि गोविंदघाट में भी यात्रा पर आए 2800 यात्री रुके हुए हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधक सेवा सिंह का कहना है कि पैदल मार्ग को ठीक किया जा रहा है। बुधवार को भी सीमित संख्या में यात्रियों की आवाजाही हेमकुंड के लिए की जाएगी। हालांकि गर मौसम साफ रहा तो फिर दिनभर यात्रियों की आवाजाही होगी। जिलाधिकारी अशोक कुमार ने भी कहा कि हेमकुंड यात्रा रोकी नहीं गई है बल्कि यात्रियों को सुरक्षा की दृष्टि से घांघरिया में रोका गया है।