विजय व सृष्टि ने कैनवास पर भरे कल्पनाओं के रंग
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: आदिबदरी मंदिर परिसर में महाभिषेक समारोह के अवसर पर तीन दिनी पर्यटन व सांस्क
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: आदिबदरी मंदिर परिसर में महाभिषेक समारोह के अवसर पर तीन दिनी पर्यटन व सांस्कृतिक विकास मेले का भजन-कीर्तन व विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ शुरू हो गया। इस मौके पर नौनिहालों ने भगवान आदिबदरी की पूजा-अर्चना कर भजन कीर्तन में भाग लिया।
सोमवार को पहले दिन बच्चों ने चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया। इसमें एसजीआरआर आदिबदरी की सानिया प्रथम, पवन रावत व आंचल जीआइसी आदिबदरी दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। पेंटिंग प्रतियोगिता में विजय कुमार जीआइसी आदिबदरी व सृष्टि चौहान ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल प्रथम, प्रीती द्वितीय व रिया तृतीय रही। स्वस्थ शिशु प्रदर्शनी में जागृति शाह, अंशिका व आयुष क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। प्राथमिक चित्रकला में साहिल प्रथम, मोहित दूसरे व श्रुति को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। वहीं भजन प्रतियोगिता में भलसों के जगदंबा व रंडोली के बादर सिंह प्रथम व द्वितीय रहे।
गंगा, गाय व गीता का महत्व बताया
मंदिर में गढ़वाल राइफल्स कीर्तन मंडप में आयोजित देवी भागवत कथा में आचार्य विजय प्रसाद खंडूरी ने भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने गंगा, गाय व गीता की रक्षा को आगे आने की अपील की। कथा में मधु-कैटव की कथा का व्याख्यान करते हुए आचार्य ने कहा कि जब-जब सृष्टि में पाप बढ़ता है आदिशक्ति जगदंबा विभिन्न रूपों में अवतरित होकर अपने भक्तों की रक्षा करती है।
उमा देवी ने दिया आशीष
क्षेत्र भ्रमण पर निकली उमा देवी ध्याण यात्रा का बिडोली से कनखुल मल्ला पहुंचने पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। गांव की सीमा तक देवी को लेने पहुंचे ग्रामीणों ने देवी मांगल व जयकारे लगाए और देवी को नये अनाज का भोग लगाया।