हर बरस तिरंगा फहराकर मेरा देश बदल रहा है..
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : अलकनंदा ग्रामीण कृषि मेला मैठाणा में कलश संस्था के तत्वावधान में कवि सम्मेल
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : अलकनंदा ग्रामीण कृषि मेला मैठाणा में कलश संस्था के तत्वावधान में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कवियों ने राजनीति, उत्तराखंड की दिशा दशा, रोजगार, पलायन जैसे मुद्दों के अलावा देश की सुरक्षा पर भी काव्य पाठ किया।
कलश संस्था की ओर से मेला मंच पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में कवि जय विशाल गणदेशी ने तेरी प्रीते झौल मां.. कवि ओमप्रकाश सेमवाल ने कर सृजन नयो सृजन होंण चैंद बदली की नई बहार ओंण चैंद.., कवि बृजेश रावत ने साड़ियों का बण्या पर्दा ब्वारी शूट लागौंण बैठी.. , शशि देवली ने हर बरस तिरंगा फहराकर मेरा देश बदल रहा है.., एसपी मालगुड़ी ने फोन का दगडयों का झांसा मां न आवा दूर का ढोल सुहाना लगदा नजदीक जो ह्वला ये आस मां रवा.., मुरली दीवान ने धार मां को गैंणू .. कविताएं पेश की। इस मौके पर वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। सेमीफाइनल मुकाबले में गोपेश्वर की टीम ने मासौं को 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। मेले में मैठाणा, सैकोट समेत कई स्थानीय महिला मंगल दलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जागर गायक भागचंद्र सावंत ने जागरों की प्रस्तुति देकर वाहवाही बटोरी तो दिव्यांग कलाकार सुरेंद्र कमांडर ने भी हास्य गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को लोटपोट कर दिया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बंड विकास संगठन के संरक्षक अतुल शाह, कमल किशोर डिमरी, उषा रावत, गजेंद्र रावत, हरक ¨सह नेगी, चंडी प्रसाद थपलियाल, कमल किशोर सती, मदनमोहन कोटियाल, राकेश खनेड़ा समेत कई लोगों ने विचार व्यक्त किए।