पहाड़ी पर अटके पत्थरों से जान को खतरा
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: गोपेश्वर के चाड़ा तोक में पहाड़ी पर अटके पत्थर बरसात होते ही मुसीबत का सबब ब
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर:
गोपेश्वर के चाड़ा तोक में पहाड़ी पर अटके पत्थर बरसात होते ही मुसीबत का सबब बन रहे हैं। बार बार पत्थर गिरने के कारण यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों को भी जान जोखिम में डालकर चमोली-गुप्तकाशी केदारनाथ मोटर मार्ग पर सफर करना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
बीते पांच सालों से चाड़ा तोक की पहाड़ी में अटके पत्थर लोगों के लिए खतरे का कारण बनते रहे हैं। असल में चमोली-गुप्तकाशी केदारनाथ मोटर मार्ग से यात्राकाल के दौरान बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के यात्रियों की आवाजाही होती है। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने इस हाईवे का चौड़ीकरण का कार्य एशियन डेवलपमेंट बैंक को सौंपा था। पांच वर्ष पूर्व एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा इस सड़क का चौड़ीकरण किया गया। तब चाड़ा तोक में पहाड़ी भी काटी गई। चौड़ीकरण के दौरान पहाड़ी पर आधी क¨टग होने के कारण कई बड़े बड़े पत्थर इस पहाड़ी पर आज भी अटके हुए हैं। बरसात के दौरान चाड़ा तोक में पहाड़ी से समय समय पर पत्थर आकर चमोली गुप्तकाशी केदारनाथ हाईवे पर गिर रहते हैं। इस समय इस सड़क से यात्रियों की भी लगातार आवाजाही हो रही है। जबकि 20 से अधिक स्थानीय गांवों के लोग रोजाना इस सड़क से ही गांवों तक पहुंचते हैं। लगातार पत्थरों के गिरने से इस सड़क पर आवाजाही में खतरा बना हुआ है। बरसात के दौरान खतरे को देखते हुए इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद करनी पड़ रही है। स्थानीय निवासी व क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्वाड़ देवेंद्र ¨सह बिष्ट का कहना है कि प्रशासन के सामने कई मर्तबा यह समस्या रखी जा चुकी है। उनका कहना है कि कई बार पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से ग्रामीण चोटिल हो चुके हैं। मगर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लिए आज तक पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए हैं।