पीने के पाने के लिए चार किमी की दौड़
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग: तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से कर्णप्रयाग और आसपास के क्षेत्रों में
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग: तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से कर्णप्रयाग और आसपास के क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है। हालात यह है कि ग्रामीणों को करीब चार किमी पैदल चलकर पीने का पानी ढोना पड़ रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग पेयजल आपूर्ति सुचारु करने और समस्या के समाधान के लिए वैकल्पिक व्यवस्था दुरुस्त करने को तैयार नहीं।
गर्मी के कारण घटगाड़-कर्णप्रयाग पेयजल लाइन के जल स्रोतों में पानी की मात्रा कम होने के कारण क्षेत्र में समस्या पैदा हो गई है। इसकी वजह से शक्तिनगर, आइटीआइ, मुख्य बाजार, गांधीनगर आदि इलाकों में सप्लाई नहीं पहुंच रही है। स्थानीय निवासी जगदीश चंद्र, मनोज आदि ने बताया कि नियमित पानी नहीं होने के कारण उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताया कि पूरा दिन पानी के ढुलान में निकलने के कारण दैनिक क्रिया कलाप प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने जल संस्थान पर पानी के वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया। बताया कि टैंकरों से ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति तो की जा रही है, लेकिन पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण लोग परेशान हैं। उधर, मठोली गांव के लोग भी पानी की सप्लाई नहीं आने से परेशान हैं। पूर्व प्रधान राजेंद्र प्रसाद जुयाल ने बताया कि बीते एक साल से समस्या बनी हुई है। उन्होंने शीघ्र व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
मक्कू में भी हलक प्यासे
ऊखीमठ: ऊखीमठ ब्लॉक के मक्कू के विभिन्न तोकों में लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है। डीएम को भेजे ज्ञापन में कैल, पीपलनगर, राजपुर, घरडा, जेवान्ज तोक के ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के कारण गांव में नियमित रूप से पानी नहीं आ रहा है। वहीं, कई जगहों पर पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त है। ऐसे में कभी पानी आ भी जाता है तो लाइन में लीकेज के कारण घरों तक नहीं पहुंचता। ऐसे में ग्रामीणों को वैकल्पिक व्यवस्थाओं और प्राकृतिक जल स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने शीघ्र समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में सुबोध मैठाणी, उमेश, जयकृष्ण, प्रेम ¨सह, सजन ¨सह, भुवन ¨सह आदि मौजूद थे।