पानी के साथ अमृतगंगा पेयजल योजना में आ रही मिट्टी
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: गोपेश्वर में इन दिनों पेयजल संकट बना हुआ है। अमृतगंगा पेयजल योजना में गदेरे
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: गोपेश्वर में इन दिनों पेयजल संकट बना हुआ है। अमृतगंगा पेयजल योजना में गदेरे से पेयजल लाइन में पानी के साथ मिट्टी आने के चलते पेयजल निगम ने आपूर्ति बंद कर दी है जिससे शहर की आधी आबादी पर पेयजल संकट गहरा गया है। लोग प्राकृतिक स्रोतों से पानी ढोकर पीने को मजबूर हैं। हालांकि नगर में जल संस्थान टैंकर से भी पानी उपलब्ध करा रहा है लेकिन यह भी सड़क तक ही सीमित है।
अमृतगंगा पेयजल योजना के स्रोत पर पानी बढ़ जाने से गदेरे का मलबा पानी के साथ घरों तक आ रहा है। पेयजल निगम ने अमृतगंगा पेयजल योजना से सप्लाई बंद कर जल संस्थान को लिखित रूप से दो दिन पहले ही अवगत करा दिया था। नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए सगर से आने वाली पुरानी पेयजल लाइन से पानी की सप्लाई सुचारु तो की, लेकिन पर्याप्त पानी न होने व बार बार पेयजल लाइन के टूटने से दो दिनों से नगर में पानी को लेकर हाहाकार बचा है। नगर में मुख्य बाजार, बसंत विहार, सरस्वती विहार,सुभाष नगर, महाविद्यालय के पास, हलदापानी, मंदिर मार्ग, पठियालधार सहित अन्य बस्तियों में आपूर्ति दो दिनों से बंद है। वैतरणी, गुसाई धारा सहित नगर के अन्य पेयजल स्रोतों पर सुबह से ही लोगों की भीड़ देखी जा रही है। पेयजल समस्या से आक्रोशित लोगों ने जल संस्थान के आलाधिकारियों से शिकायत भी की है। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता जेपी जोशी का कहना है कि अमृतगंगा की सप्लाई बंद होने से पेयजल संकट सामने आया है। पुरानी पेयजल लाइन से पेयजल सुचारु किया जा रहा है।
30 जीओपीपी 5-- गोपेश्वर के गुसाई धारे से पानी भरते लोग। जागरण