बदरीनाथ से सुरक्षित निकाले सभी यात्री
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ धाम में फंसे दो हजार यात्रियों को रेस्क्यू कर सड़क मार्ग से निक
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ धाम में फंसे दो हजार यात्रियों को रेस्क्यू कर सड़क मार्ग से निकालने में प्रशासन ने सफलता हासिल की है। इन यात्रियों को गोविंदघाट व जोशीमठ में ठहराया गया है। हनुमानचट्टी व लामबगड़ के बीच फंसे 15 वाहनों को भी निकाल लिया गया है। बीआरओ यहां पर मार्ग को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है। बेनाकुली में भी अलकनंदा में बहे हाईवे के ऊपर से मिट्टी की पहाड़ी को काटकर हाईवे बनाने का कार्य जारी है। इस बीच रविवार को 300 यात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। उधर, हेमकुंड यात्रा के बेस कैंप घांघरिया में फंसे 1650 यात्रियों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेनाकुली व लामबगड़ में हाईवे अलकनंदा में समाने के बाद बदरीनाथ धाम में फंसे लोगों को निकालने का कार्य शनिवार से शुरू कर दिया गया था। रविवार को दिनभर साफ मौसम के बाद बदरीनाथ धाम में फंसे सभी 2000 यात्रियों को सड़क मार्ग से रेस्क्यू कर निकाला गया है। इसके अलावा चार बीमार यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जोशीमठ लाया गया। इधर, सीमा सड़क संगठन की ओर से लामबगड़ नाले में सुबह से ही क्षतिग्रस्त हाईवे की ऊपरी साइड से सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया था। दोपहर में यहां पर हाईवे खोलने के बाद हनुमानचट्टी व लामबगड़ के बीच फंसे 15 यात्री वाहनों को निकाला गया। ये यात्री वाहन निकाले जाने के बाद जोशीमठ के लिए रवाना कर दिए गए। अब सीमा सड़क संगठन का पूरा ध्यान बेनाकुली बैंड पर है। यहां पर भी हाईवे के ऊपर की मिट्टी वाली पहाड़ी को काटकर सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा है। बीआरओ के इंजीनियर कैप्टन पीके राना ने बताया कि बेनाकुली में हाईवे बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। सोमवार तक बेनाकुली में भी हाईवे खोलकर वाहनों से यात्रा चालू कर दी जाएगी।
घांघरिया से निकाले 1650 यात्री
श्री हेमकुंड साहिब यात्रा के बेस कैंप घांघरिया में फंसे 1650 यात्रियों को हेलीकॉप्टर व पैदल मार्ग से रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है। अभी भी घांघरिया में 150 यात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन के मुताबिक घांघरिया में फंसे यात्रियों के लिए खाने व रहने के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। घांघरिया में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए रविवार को प्रात: आठ बजे से रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया था। पांच हेलीकाप्टरों के माध्यम से घांघरिया में फंसे यात्रियों को गोविंदघाट तक पहुंचाया गया। सेना के जवानों ने भ्यूंडार के निकट लक्ष्मण गंगा पर दो लैडर ब्रिज का निर्माण कर यहां से यात्रियों को सुरक्षित निकालने के बाद गोविंदघाट तक पहुंचाया। बदरीनाथ व घांघरिया से गोविंदघाट पहुंच रहे यात्रियों को जोशीमठ तक पहुंचाने के लिए गोविंदघाट में रविवार को आइटीबीपी की दो बसों के साथ ही 10 से अधिक स्थानीय वाहन प्रशासन ने लगाए थे। जिलाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि घांघरिया में फंसे यात्रियों के खाने व रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों का ब्योरा
घांघरिया में फंसे यात्री- 150
घांघरिया से रेस्क्यू कर निकाले गए यात्री- 1650
गोविंदघाट में ठहरे यात्री-1400
जोशीमठ पहुंचे यात्री-1300
घांघरिया व बदरीनाथ को हेली सेवा आज से
श्री बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए गोविंदघाट से हेलीकॉप्टर सेवा भी लगाई गई है। सोमवार से यह सेवा प्रारंभ की जाएगी। गढ़वाल आयुक्त सीएस नपलच्याल ने जोशीमठ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गोविंदघाट से बदरीनाथ व गोविंदघाट से घांघरिया के लिए प्रति यात्री 2500 रुपये किराया निर्धारित किया गया है। यात्रियों की संख्या के मुताबिक हेलीकॉप्टर गोविंदघाट में उपलब्ध कराए जाएंगे। यात्रा की मॉनीट¨रग के लिए चार सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गई है। इनमें से दो सेक्टर मजिस्ट्रेट बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर बेनाकुली व मारवाड़ी और दो सेक्टर मजिस्ट्रेट हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर गोविंदघाट व घांघरिया में तैनात रहेंगे।