बदरी विशाल की शरण में नेपाली यात्री
संवाद सूत्र, बदरीनाथ: भूकंप त्रासदी से थर्राए नेपाल का एक यात्री जत्था श्री बदरीनाथ धाम में भगवान बद
संवाद सूत्र, बदरीनाथ: भूकंप त्रासदी से थर्राए नेपाल का एक यात्री जत्था श्री बदरीनाथ धाम में भगवान बदरी विशाल की शरण में है। इन यात्रियों ने भूकंप के दौरान पारिवारिक सदस्यों के सुरक्षित रहने पर भगवान का शुक्रिया अदा किया। मृत लोगों को आत्मिक शांति के लिए भी प्रार्थना की।
काठमांडू के ये श्रद्धालु 12 अप्रैल को उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा पर निकले थे। उत्तर प्रदेश के मथुरा, वृंदावन घूमने के बाद वे गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ होते हुए मंगलवार को बदरीनाथ पहुंचे। यात्रियों का कहना है कि जिस दिन काठमांडू सहित नेपाल में भूकंप आया था, उस दिन वे केदारनाथ में भोले बाबा के चरणों में पूजा कर रहे थे। श्रद्धालुओं का कहना है कि भूकंप के बाद उन्हें भी नेपाल में मौजूद पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों की चिंता हुई थी। फोन पर किसी तरह रिश्तेदारों की कुशलता मिली तो जान पर जान आई। खास बात यह है कि इस दल में शामिल बारह से ज्यादा लोगों के मकानों को भूकंप से क्षति पहुंची है। भगवान बदरी विशाल के मंदिर में नेपाली श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर आपदा में मरे लोगों की आत्मशांति के लिए प्रार्थना की। ब्रह्मकपाल तीर्थ में आपदा में मरे लोगों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण किया। श्रद्धालुओं का कहना है कि वे अब बुधवार को बदरीनाथ से नेपाल के लिए रवाना होंगे। श्रद्धालुओं में शामिल महिला यात्री ईश्वरी खड़का का कहना है कि इतनी बड़ी त्रासदी में परिजनों के सुरक्षित रहने को वे यात्रा का ही प्रतिफल मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी में उनके कई जान पहचान वाले दिवंगत हुए हैं। काठमांडू की रहने वाली तानसी खड़का भी बदरीनाथ यात्रा जत्थे में शामिल हैं। उन्होंने भी पिंडदान में शामिल होकर नेपाल भूकंप त्रासदी में मरे लोगों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किए।
-बदरीनाथ धाम में यात्रा के तीसरे दिन 2400 से अधिक यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। यात्रियों ने बदरीनाथ की पहाड़ियों में हो रही बर्फबारी का भी आनंद लिया। श्री बदरीनाथ धाम की यात्रा को लेकर जिस प्रकार होटल व्यवसायियों को अग्रिम बुकिंग मिल रही है। उससे यात्रा के भविष्य में बढ़ने के आसार हैं।
श्री बदरीनाथ धाम में बारिश के बाद भी यात्रियों का उत्साह कम नहीं था। दर्शनों को लेकर कतारबद्ध यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के जय जयकारे किए जा रहे थे। दर्शनों को लेकर दिनभर में मंदिर में भीड़ न होने के चलते यात्री आराम से भगवान के दर्शन कर पूजा करते हुए देखे गए। मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने कहा कि दिनभर में 2400 यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए हैं।