प्रधानमंत्री को देंगे बदरीनाथ यात्रा का न्योता: मुख्यमंत्री
संवाद सूत्र, जोशीमठ: सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सलूड़ डुंग्रा में पौराणिक रम्माण मेले का उद्घा
संवाद सूत्र, जोशीमठ: सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सलूड़ डुंग्रा में पौराणिक रम्माण मेले का उद्घाटन किया। रम्माण को यूनेस्को की ओर से विश्व सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा की सफल शुरुआत को उपलब्धि बताते हुए कहा कि अब वह प्रधानमंत्री को यहां के चार धामों की यात्रा पर खुद ही बुलावा लेकर दिल्ली जाएंगे।
मुख्यमंत्री बदरीनाथ यात्रा में शामिल होकर सुबह सवा 11 बजे करीब सलूड़ डुंग्रा पहुंचे। उन्होंने वहां पौराणिक रामायण पर आधारित रम्माण मेले में शिरकत की। कहा कि जोशीमठ क्षेत्र प्राचीन संस्कृति का ध्वजवाहक है। ऐसे परंपरागत लोकनृत्यों को संरक्षण दिए जाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड की झांकी में रम्माण से राज्य का प्रतिनिधित्व किया जाएगा।
इस अवसर पर रम्माण नृत्य से जुड़े कलाकारों ने रामायण को जागर व मुखौटा नृत्य के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया। इसमें रामजन्म से लेकर राजतिलक तक 18 ताल पर कलाकार रामायण को सचित्र प्रस्तुत करते हैं। रम्माण को देखने के लिए जिले से ही नहीं बल्कि बाहरी क्षेत्रों से भी लोग आते हैं। यूनेस्को ने 2009 में इसे विश्व सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा देकर संरक्षण का बीड़ा उठाया था। प्रतिवर्ष रम्माण से जुड़े कलाकार पारंपरिक वेषभूषा में इसका मंचन करते हैं। इस अवसर पर बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी, जोशीमठ के प्रमुख प्रकाश रावत, रम्माण मेले के आयोजक डॉ. कुशल सिंह भंडारी, मंदिर समिति के अध्यक्ष जगदीश सिंह चौहान, गढ़वाल कमिश्नर सीएस नपच्याल, डीएम अशोक कुमार, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा आदि मौजूद थे।
ये हुई घोषणा
-क्षेत्रपाल भूम्याल मंदिर के सुदृढ़ीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए कार्ययोजना
-सलूड़ डुंग्रा में पेयजल योजना की मरम्मत
-राजकीय इंटर कॉलेज में चार अतिरिक्त कक्षा कक्षों का निर्माण
-रम्माण में ढोल बजाने वाले वादकों को 60 साल बाद पेंशन