बदरीनाथ पहुंचे श्रद्धालु
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : कुदरत की चुनौतियों के बीच बदरीनाथ धाम यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार है। रविव
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : कुदरत की चुनौतियों के बीच बदरीनाथ धाम यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार है। रविवार को ब्रह्म बेला में मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस अवसर का साक्षी बनने के लिए धाम में भक्तों का तांता लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि शाम तक यहां आठ हजार से ज्यादा यात्री पहुंच चुके हैं। हालांकि जोशीमठ के एसडीएम अनूप नौटियाल यह तादाद पांच हजार बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यहां सात हजार लोगों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उधर, बदरीनाथ से मिली सूचना के अनुसार सभी धर्मशालाएं और लॉज खुलवा दिए गए हैं। यात्रियों को पंडों के आवास पर भी टिकाया जा रहा है। इसके अलावा भोजन के लिए सेना व मंदिर समिति के साथ कई निजी लंगर भी लगाए गए हैं।
बदरीनाथ धाम में मुख्य मंदिर को 30 क्विंटल गेंदे और गुलाब से सजाया गया है तो बिजली-पानी और संचार व्यवस्था बहाल की जा चुकी है। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों से बर्फ साफ की जा चुकी है, लेकिन नगर में अब कई जगह सात फीट तक बर्फ जमा है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रख मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है। इसके अलावा बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कंचन गंगा में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लिए चुनौती बना हिमखंड हटाने का कार्य जारी है। हालांकि छोटे वाहनों के लिए मार्ग को अस्थायी तौर पर खोल दिया गया है। यहां पर हिमखंड के बीच ही लोहे की प्लेट लगाकर वाहनों की आवाजाही पुलिस-प्रशासन की निगरानी में कराई जा रही है।
शुक्रवार को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद अब बदरीनाथ में कपाट खोलने की तैयारियों अंतिम चरण में हैं। इसके साथ चार धाम यात्रा पूरी तरह शुरू हो जाएगी। मंदिर परिसर, तप्तकुंड क्षेत्र में जमा बर्फ को हटाया जा चुका है, बदरीनाथ जाने वाले मार्ग पर कहीं-कहीं पांच से सात फीट बर्फ जमा है। मंदिर समिति के कर्मचारी बर्फ साफ करने में जुटे हैं। वहीं नगर के पंडित मुहल्ला व बामणी गांव में अभी भी कई घर बर्फ से ढके हैं। ग्रामीण खुद ही बर्फ को हटाने का कार्य कर रहे हैं। बदरी-केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि देख अब तक 100 से ज्यादा व्यापारी भी बदरीनाथ आ गए हैं। सीईओ सिंह के अनुसार समिति ने अपने सभी गेस्ट हाउसों में साफ सफाई कर इन्हें श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पूरी तरह से तैयार कर दिया है।
-----------