सीबीएस के इंतजार में बीते दो साल
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: केंद्र सरकार के दिए गए लक्ष्य के मुताबिक गोपेश्वर का मुख्य डाकघर दो वर्ष बाद
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: केंद्र सरकार के दिए गए लक्ष्य के मुताबिक गोपेश्वर का मुख्य डाकघर दो वर्ष बाद भी विभाग की लापरवाही के कारण सीबीएस नहीं हो पाया है। इससे चमोली व रुद्रप्रयाग जिलों के 390 शाखा डाकघर समेत उप डाकघर प्रभावित हो रहे हैं। अब वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में विभाग मुख्य डाकघर को सीबीएस करने का दावा कर रहा है।
चमोली डाक मंडल के अधीन चमोली व रुद्रप्रयाग जिलों के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान में 346 शाखा डाकघर, 43 उप डाकघर तथा एक मुख्य डाकघर है। केंद्र सरकार की ओर से डाकघरों को सुविधा संपन्न करने के लिए वर्ष 2013 में मुख्य डाकघरों को सीबीएस करने का लक्ष्य दिया था, मगर गोपेश्वर का मुख्य डाकघर दो वर्ष बाद भी सीबीएस नहीं हो पाया है। इससे पोस्ट ऑफिस से जुड़े ग्राहकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चमोली व रुद्रप्रयाग जिले की भौगोलिक परिस्थितियां विकट हैं। यहां के गांव शहरों से 40 से लेकर 60 किलोमीटर तक की दूरी पर है। मुख्य डाकघर सीबीएस होने की घोषणा के बाद पोस्ट ऑफिस ग्राहकों को आशा थी कि उन्हें इसका लाभ मिल पाएगा, लेकिन अभी तक मुख्य डाकघर को सीबीएस करने की प्रक्रिया पूरी न होने से पोस्ट ऑफिस ग्राहकों में मायूसी है। अगर मुख्य डाकघर सीबीएस होता तो इससे ग्राहक पोस्ट ऑफिस की किसी भी शाखा में जमा धनराशि मुख्य डाकघर से ही निकाल सकते थे। पोस्ट ऑफिस के ग्राहक डिग्री कॉलेज कॉलोनी निवासी कमल सिंह रावत का कहना है कि उनका ग्रामीण क्षेत्र का राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) है। मुख्य डाकघर के सीबीएस होने की घोषणा दो वर्ष पूर्व हो चुकी है, लेकिन अभी तक सीबीएस न होने से उन्हें एनएससी का भुगतान प्राप्त करने के लिए गांव के पोस्ट ऑफिस की दौड़ लगानी पड़ रही है।
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पोस्ट ऑफिस को सीबीएस करने की कार्रवाई चल रही है। इंफोसिस कंपनी की ओर से इंस्ट्रूमेंट लगाए जा रहे हैं। मार्च माह में मुख्य डाकघर को सीबीएस करने की कार्रवाई पूर्ण कर ली जाएगी।
डीएस परमार, डाक अधीक्षक मुख्य डाकघर गोपेश्वर, चमोली