डीएम पर गरजीं महिलाएं
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : गंडासू नाले के मलबे से नंदाकिनी नदी की धारा मुड़ने के चलते थिरपाक अनुसूचित ज
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : गंडासू नाले के मलबे से नंदाकिनी नदी की धारा मुड़ने के चलते थिरपाक अनुसूचित जनजाति बस्ती को खतरा पैदा हो गया है। गांव की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन से कई बार गुहार करने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।
थिरपाक अनुसूचित जनजाति बस्ती की महिलाओं का कहना है कि वर्ष 2013 में बारिश के बाद गंडासू नाले में भारी मात्रा में मलबा आ गया। थिरपाक अनुसूचित जाति बस्ती के निकट यह मलबा नंदाकिनी नदी में रुक गया। अब नंदाकिनी नदी का पानी सीधे थिरपाक अनुसूचित जनजाति बस्ती की ओर आ रहा है। नदी में लगातार कटाव होने से भी अनुसूचित जाति बस्ती को खतरा पैदा हो गया है। महिलाओं ने बताया कि यहां पर बस्ती की सुरक्षा के लिए सिंचाई विभाग ने सुरक्षा दीवार का निर्माण भी किया , मगर 2014 में यह सुरक्षा दीवार भी बह गई है। महिलाओं ने इस बात पर आक्रोश जताया कि गांव को नंदाकिनी नदी के कटाव से हो रहे खतरे को लेकर प्रशासन को कई बार अवगत कराया है परंतु अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। महिलाओं ने कहा कि बरसात से पहले गांव की सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठाए जाएं। प्रदर्शन करने वालों में जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी जोशी, नौमा देवी, चंद्रा देवी, लीला देवी, देवकी देवी, कलावती देवी, बचना देवी, कुरी देवी, गौमा देवी, कुंती देवी, पुन्नी देवी, मदन सिंह, बलवीर सिंह, महेंद्र सिंह आदि शामिल थे।