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सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से गदगद हुए दर्शक

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: दशोली गढ़ सांस्कृतिक विकास मेले के तीसरे दिन बधाणगढ़ी सांस्कृतिक कला मंच के

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 05:40 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jan 2015 05:39 AM (IST)

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: दशोली गढ़ सांस्कृतिक विकास मेले के तीसरे दिन बधाणगढ़ी सांस्कृतिक कला मंच के कलाकारों ने पांडव लीला व पारंपरिक भैरव नृत्य के माध्यम से समा बांधे रखा।

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तेफना मेला मैदान में चार दिवसीय सांस्कृतिक मेले के तीसरे दिन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि निसंदेह जिस प्रकार मेलों की फूहड़ता से हटकर इस मंच पर पारंपरिक लोकनृत्य, लोकगीतों से रूबरू होने का मौका मिला वह उनके लिए एक यादगार पल है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित इस क्षेत्र के लोग जिस प्रकार उत्साह से मुख्य धारा में शामिल होकर अपने संसाधनों से मेला आयोजन कर रहे हैं। यह एकता व संगठित होने की मिशाल है। जिलाधिकारी ने आपदा प्रभावित इस क्षेत्र में विकास कार्यक्रमों को तेजी से गति देने का वायदा किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जोशीमठ के प्रमुख प्रकाश रावत ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति व परंपराओं के संवाहक हैं। अतिथियों का स्वागत भोटिया नृत्य से किया गया। कार्यक्रम में बधाणी कला मंच के कलाकारों ने पांडव लीला, भैरव नृत्य सहित गढ़वाली लोकगीत, लोकनृत्यों के माध्यम से जनता में समां बांधे रखा। चटंग्याला, नौली, हिंडोली सहित क्षेत्र के अन्य गांवों के महिला मंगल दलों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी चमोली अवधेश कुमार सिंह, मेला समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह राणा, वीरेंद्र सिंह थोकदार, बिजेंद्र सिंह, उपभोक्ता संरक्षण सदस्य क्रांति भट्ट सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किए।


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