दक्षिणपंथी शक्तियों के विस्तार पर जताई चिंता
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सम्मेलन में देश में सांप्रदायिक व दक्षिणपं
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सम्मेलन में देश में सांप्रदायिक व दक्षिणपंथी शक्तियों के विस्तार पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे देश की एकता के लिए खतरा बताया गया। सम्मेलन के समापन पर कम्युनिस्ट एकीकरण पर भी जोर दिया गया।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि सीपीआइ के प्रदेश सचिव आनंद सिंह राणा ने कहा कि भाजपा व संघ की गठबंधन सरकार अमेरिकी साम्राज्यवाद के इशारों पर जिस प्रकार देश के बाजार को विदेशी पूंजीपतियों के लिए खोल रही है यह भविष्य में देश की आर्थिक स्थिति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि रक्षा, रेलवे व बैंकिंग सेक्टर में मोदी ने सौ फीसदी एफडीआइ के लिए द्वार खोलकर देश की अर्थव्यवस्था को गिरवी रखने जैसा काम किया है। लिहाजा इस दौर में कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर ऐसी शक्तियों की वास्तविकता सामने रखनी होगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर इस दौर में कम्युनिस्ट विचारधारा के सभी दल विलय कर एक शक्ति के रूप में आगे नहीं आए तो आने वाला समय उनको माफ नहीं करेगा। राज्य कार्यकारिणी सदस्य डॉ. गिरधर पंडित ने कहा कि पार्टी को पर्वतीय क्षेत्र में मजबूत आधार स्थापित करने के लिए जन समस्याओं को लेकर संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में खड़ा होना पड़ेगा। जिला सम्मेलन में 16 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। इसमें पोखरी के पूर्व प्रमुख नरेंद्र रावत को जिला सचिव चुना गया। इसके अलावा विनोद जोशी, राकेश बासकंडी सहायक सचिव, ज्ञानेंद्र खंतवाल, भगवती जोशी सचिव मंडल के सदस्य चुने गए। सम्मेलन में प्रताप राणा, सतीश डिमरी, भरत सिंह कुंवर, रणजीत सिंह नेगी, लक्ष्मण फस्र्वाण, दिनेश लाल, हरीश रावत आदि लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।