सर्द मौसम में भी गहराया जलसंकट
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग के अंर्तगत घटगाड़ पेयजल मुख्य लाइन के जगह-जगह पानी
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग के अंर्तगत घटगाड़ पेयजल मुख्य लाइन के जगह-जगह पानी रिसाव से नगर के मुख्य बाजार, सुभाषनगर, पुजारी गांव, आइटीआइ वार्डो में बढ़ते सर्दी के साथ जलसंकट बना हुआ है। वहीं जर्जर पाइप लाइनों को बदलने की जहमत जल संस्थान नहीं कर रहा है।
गौरतलब कि नगर क्षेत्र कर्णप्रायग की दस हजार की आबादी के लिए एकमात्र घटगाड़ पेयजल योजना से जल संस्थान किसी तरह आपूर्ति कर रहा है। 60 के दशक की इस योजना के मुख्य पाइप मुख्य स्रोत के नौटी, सुभाषनगर सहित मुख्य बाजार में नगर पंचायत की नालियों से गुजर रहे हैं। इनसे हो रहा रिसाव अब समस्या को बढ़ा रहे हैं। आए दिन मुख्य बाजार में गहराते जलसंकट से उपभोक्ता परेशान हैं, लेकिन विभाग ना तो नालियों में पसरे पाइप लाइन हटा रहा है और ना ही रिस रहे पाइपों को ठीक किया जा सका है। इससे घरों में प्रदूषित जल की आपूर्ति हो रही है। उपभोक्ता हरिनारायण, मनीष कुमार, आनंद सिंह ने बताया कि कई बार इस बाबत जल संस्थान के कर्मचारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समय रहते पेयजल योजना का पुनर्गठन व प्रस्तावित कालेश्वर लिफ्ट पेयजल लाइन पर कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।
उधर सिमली क्षेत्र में जल संस्थान की ओर से योजना पर बिना फिल्टर के हो रही आपूर्ति से उपभोक्ताओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है। ग्रामीण भाष्करानंद, प्रवेन्द्र प्रसाद ने कहा कि इस क्षेत्र की सिमली-विद्यापीठ पेयजल लाइन की आपूर्ति विभाग की ओर से सीधे गदेरे से की जा रही है। इसकी वजह से दूषित जल घरों तक पहुंच रहा है।
इस बाबत जल संस्थान के अवर अभियंता हरदेव आर्य ने बताया कि जर्जर पाइप लाइनों को बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वर्तमान में नगर क्षेत्र के लिए चट्टवापीपल व घटगाड़ पेयजल योजना से आपूर्ति जारी है। जलसंकट का समाधान शिकायत मिलने पर त्वरित गति से किया जा रहा है।