बाजपुर में घायल मिले गुलदार की मौत, हंगामा
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घायल पड़े आठ वर्षीय गुलदार की इलाज के
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर:
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घायल पड़े आठ वर्षीय गुलदार की इलाज के दौरान मौत हो गई। पशु चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम के बाद शव व बिसरा वन विभाग को सौंप दिया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बिसरा वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून की लैबोरेटरी में भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने पर ही गुलदार की मौत के कारणों का पता चल सकेगा। इधर, गुलदार को जहरीला पदार्थ देकर मारने की चर्चाएं भी हैं। हालांकि वन विभाग का कहना है कि स्थानीय लोगों से पूछताछ में गाड़ी की टक्कर से गुलदार की मौत की बात उन तक पहुंची है। गुलदार की मौत को लेकर वन विभाग ने जांच भी बैठा दी है।
शनिवार को रात्रि नौ बजे करीब चमोली से तीन किलोमीटर नंदप्रयाग की ओर बाजपुर में बदरीनाथ वन प्रभाग क्षेत्रांतर्गत बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के नीचे कर्णप्रयाग से चमोली आ रहे लोगों ने घायल गुलदार को देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। घायल गुलदार घंटों यहां पर तड़पता रहा, लेकिन वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सोते रहे। हालांकि बाद में कुछ कर्मचारी यहां पर पहुंचे और प्राइवेट टैक्सी में घायल गुलदार को पशु चिकित्सा केंद्र चमोली लाया गया। मगर यहां पर पशु चिकित्सक न होने के कारण रात्रि 11 बजे तक घायल गुलदार का इलाज नहीं हो सका। जिस पर रात्रि को पशु चिकित्सा केंद्र चमोली पहुंचे स्थानीय लोगों ने हंगामा कर वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। हालांकि उसके बाद केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ आकाश कुमार वर्मा और बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ एनएन पांडे मौके पर पहुंचे और घायल गुलदार को चमोली से गोपेश्वर लाया गया। मगर यहां भी पशु चिकित्सक न होने के कारण आनन-फानन पशुधन प्रसार अधिकारी को गुलदार के इलाज के लिए बुलाया गया। बताया गया कि ग्लूकोज चढ़ाने और अन्य इलाज के बाद गुलदार ठीक हो गया था। मगर सुबह चार बजे उसने अचानक दम तोड़ दिया। गोपेश्वर में पशु चिकित्सक न होने के बाद रविवार को गुलदार के शव को पोस्टमार्टम के लिए पशु चिकित्सालय जोशीमठ ले जाया गया, जहां पशु चिकित्सकों ने गुलदार के शव का पोस्टमार्टम कर शव समेत बिसरा केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग को सौंप दिया। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ एनएन पांडे ने बताया कि वन अधिकारियों की देखरेख में बिरही में गुलदार के शव को जला दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिसरा वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजा गया है। बिसरा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता लग सकेगा।