आधा काम छोड़कर भागा ठेकेदार
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: गडोरा-किरुली मोटर मार्ग पर आधा अधूरा काम छोड़कर ठेकेदार एक वर्ष पूर्व भाग गया है। इससे इस सड़क पर काम अधूरा है। सड़क निर्माण के नाम पर जो कार्य किया भी था बरसात में अधिकतर कार्य बर्बाद हो गया है। यातायात सुविधा न मिलने के कारण आज भी इस क्षेत्र के लोग सात से नौ किलोमीटर तक पैदल चलकर गांवों तक पहुंच रहे हैं।
10.17 किलोमीटर लंबे गडोरा किरुली मोटर मार्ग पर निर्माण एजेंसी पीएमजीएसवाइ पोखरी अभी तक 2.71 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक पूरी सड़क का निर्माण किया ही नहीं गया है। इस सड़क के निर्माण के लिए विभाग को कार्य समाप्त करने के लिए 14 जनवरी 2012 तक का समय दिया गया था। समय सीमा समाप्त हुए दो वर्ष बीत चुके हैं। पीएमजीएसवाइ ने इस मोटर मार्ग निर्माण के लिए जो ठेकेदार रखा गया था वह भी एक वर्ष पूर्व काम आधा अधूरा छोड़कर भाग गया है। यातायात सुविधा का सपना संजोए ग्रामीणों को आस थी कि जल्द ही सड़क निर्माण पूरा होने पर उन्हें सड़क सुविधा मिलेगी। ठेकेदार ने जो सड़क काटी भी गई थी उसी पर वाहन दौड़ाकर किरुली समेत आसपास के गांवों की एक हजार की आबादी की आवाजाही हो रही थी, लेकिन तीन माह पूर्व कटी सड़क भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने के बाद अब ग्रामीणों को गडोरा से ही सात से लेकर नौ किलोमीटर तक का पैदल सफर तय कर गांव पहुंचना पड़ रहा है। किरुली के ग्राम प्रधान संजय फस्र्वाण का कहना है कि एक वर्ष पूर्व ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया है। ग्राम प्रधान का कहना है कि प्रशासन व शासन तक वह अपनी समस्या रख चुके हैं। मगर अभी तक सड़क खोलने व बचा हुआ निर्माण कार्य पूरा करने की जहमत विभाग नहीं उठा रहा है। पीएमजीएसवाइ के अधीक्षण अभियंता एके गोयल ने बताया कि गडोरा किरुली सड़क निर्माण को लेकर प्रगति आख्या अधिकारियों से मांगी गई है। उन्होंने कहा कि सड़क पर कार्य बंद पाया गया तो अधीनस्थ अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। बारिश से क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करने के लिए अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया गया है।