ग्रामीणों ने एसडीएम को बंधक बनाया
संवाद सूत्र, बदरीनाथ: बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली को लेकर बदरीनाथ धाम में आंदोलनरत ग्रामीणों ने वार्ता के लिए आए जोशीमठ के एसडीएम को बंधक बना लिया। एसडीएम ने आंदोलनकारियों को काफी समझाया लेकिन वह नहीं माने। दूरभाष पर डीएम द्वारा खुद अनशनस्थल पर आने के आश्वासन पर करीब चार घंटे बाद एसडीएम को मुक्त किया गया।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। क्षेत्रीय निवासी कई बार सड़क ठीक कराने की मांग को लेकर आंदोलन भी किया लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिला प्रशासन की हीलाहवाली से नाराज व्यापार संघ बदरीनाथ के अध्यक्ष विनोद नवानी और सदस्य शंभू प्रसाद पांडे शनिवार को आमरण अनशन पर बैठ गए। अनशन की सूचना के बाद रविवार को एसडीएम जोशीमठ एके नौटियाल प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में बदरीनाथ में साकेत तिराहे स्थित अनशन स्थल पर पहुंचे। एसडीएम के आते ही आंदोलनकारियों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। एसडीएम ने अनशनकारियों और अन्य आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास भी किया। नाराज आंदोलनकारियों ने एसडीएम नौटियाल और उनके साथ आए नायब तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ को जबरन धरनास्थल पर बिठा दिया।
इस दौरान एसडीएम ने डीएम एसए मुरुगेशन से आंदोलनकारियों की बातचीत कराई लेकिन आंदोलनकारी मांगें माने जाने तक अनशन जारी रखने पर अडिग रहे। इस पर डीएम ने बुधवार को बदरीनाथ पहुंचने की बात कही जिसके बाद आंदोलनकारियों ने एसडीएम को मुक्त किया। इस दौरान, आंदोलनकारियों ने अनशन स्थल पर विधायक और सांसद के न पहुंचने पर भी नाराजगी जताई।
इस मौके पर आपदा संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ.जमुना प्रसाद रैवानी, महामंत्री अरविंद शर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष धनेश्वर डांडी, विकास जुगरान आदि मौजूद थे।
इनसेट
दोनों अनशनकारियों की हालत बिगड़ी
बदरीनाथ में आमरण अनशन पर बैठे दोनों लोगों की तबीयत दूसरे दिन ही बिगड़ गई। अनशनस्थल पर गए स्थानीय चिकित्सालय के चिकित्सक के मुताबिक अनशनकारी विनोद नवानी का जहां ब्लडप्रेसर हाइ हो गया है वहीं दूसरे अनशनकारी शंभू प्रसाद पांडे को यूरिन में दिक्कत हो रही है। अनशनकारियों के समर्थन में बदरीनाथ, बामणी, माणा के ग्रामीण भी दिन भर धरने पर डटे रहे।