रामणी में हुआ लाता व दशोली की नंदा का मिलन
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: लाता गांव से निकली 64 मुखी मां नंदा देवी, सिद्धपीठ कुरुड़ से निकली दशोली की नंदा देवी की डोली व किरुली गांव के बंड भूम्याल के साथ ही 150 से अधिक देवी छंतोलियां जब रामणी गांव पहुंची तो हजारों यात्रियों ने जागर गायन के बाद मां नंदा व अन्य देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित किए। बुधवार को दोनों डोलियों के साथ छंतोलियां भी रामणी से दूसरे पड़ाव के लिए प्रस्थान करेंगी।
घाट विकासखंड के सुदूरवर्ती रामणी गांव में नंदा देवी डोलियों व छंतोलियां का अद्भुत मिलन होता है। मंगलवार को सबसे पहले कुरुड़ सिद्धपीठ से चली मां नंदा की डोली रामणी गांव पहुंची। उसके बाद लाता जोशीमठ की 64 मुखी नंदा की डोली पहुंची। नंदा देवी की दोनों डोलियों के रामणी पहुंचने के बाद यह पूरा क्षेत्र नंदा मय हो गया। उसके बाद बारी बारी से किरुली बंड भूम्याल समेत 150 से अधिक देवी-देवताओं की छंतोलियां रामणी गाव पहुंची। नंदा देवी की डोलियों व छंतोलियों को रामणी स्थित पांडव चौक में रखा गया। पांडव चौक में पहुंचे नंदा देवी की डोलियों व अन्य देवी देवताओं की छंतोलियों का रामणी गांव के ग्राम देवता त्यूंणा रजकोटी भूम्याल व लाटू देवता ने मिलन कराया। यहां पर सभी देवी देवता अपने अपने पश्वा पर अवतरित हुए। नंदा देवी की डोलियां व छंतोलियां रामणी गांव से 200 मीटर की दूरी पर गांव के ऊपरी जंगल में सेमगेठा नामक स्थान पर पहुंची। डोलियों व छंतोलियों के यहां पहुंचते ही यहां पर धार्मिक उत्सव का आयोजन हुआ। हजारों भक्तों ने इस स्थान पर पहुंचकर मां नंदा समेत अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। बुधवार को ये डोलियां व छंतोलियां रामणी से अपने दूसरे पड़ाव के लिए प्रस्थान करेंगी। जबकि 29 अगस्त को ये डोलियां व छंतोलियां वाण पहुंचकर कुमाऊं व कुरुड़ की डोली समेत अन्य स्थानों से आने वाली छंतोलियों से मिलन करेगी।
इस मौके पर रामणी में देव छंतोलियों व लाता की नंदा देवी की डोली के पहुंचने से एक दिन पहले ही गांव में तीन दिवसीय नंदा देवी पर्यटन मेले का आगाज हो गया था। मेले का उद्घाटन थराली के विधायक प्रो.जीतराम ने किया। इस अवसर पर घाट के प्रमुख करण सिंह नेगी, एसडीएम चमोली अवधेश कुमार सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।