कांचुला में सात दिन से बिजली गुल
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग :
विकासखंड कर्णप्रयाग के कांचुला व स्वर्का में बीते सात दिनों से ठप विद्युत सप्लाई को ऊर्जा निगम बहाल नहीं कर सकी है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी बनी है।
ग्राम प्रधान स्वर्का किरन कुमेड़ी ने बताया कि कांचुला व स्वर्का में बीते सात दिनों से लाइन के तार टूट जाने से आपूर्ति गुल है। इस बाबत कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन समस्या जस की तस है। उधर, बगोली में भी जले ट्रांसफार्मर को नहीं बदला जा सका है। इससे ग्रामीण अंधेरे में हैं और सबसे अधिक दिक्कत स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है। इस बाबत उपखंड कार्यालय कर्णप्रयाग के एसडीओ गुलशन बुलानी ने बताया कि कांचला में भूस्खलन की जद में आई लाइन को ठीक कर आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि कांचुला गांव में शीघ्र ही बिजली सुचारु कर दी जाएगी। साथ ही बगोली में जले ट्रांसफार्मर के स्थान पर नया ट्रांसफार्मर लगाकर आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग में भी मुख्य बाजार से गुजर रही विद्युत लाइन विशालकाय पेड़ों से गुजर रही है जो कभी भी गिर सकते हैं। इन पेड़ों की समय पर लॉपिंग के लिए कई बार व्यापारियों ने वन विभाग व ऊर्जा निगम से गुहार लगाई, लेकिन अब पेड़ भूस्खलन की जद में आ गए हैं। इससे मुख्य बाजार में बनी सब्जी मार्केट की दुकानों को भी हर समय खतरा बना है। जबकि कमोबेश यही स्थिति कर्णप्रयाग-बदरीनाथ राजमार्ग से गुजर रही विद्युत लाइन का है। यहां बरसाली के जंगलों में कई सूखे पेड़ लाइन पर गिरने की कगार पर है, लेकिन एक वर्ष से विभाग दुर्घटना का इंतजार कर रहा है।
इसी तरह पिंडरघाटी में भी बिजली की अनियमित आपूर्ति से उपभोक्ता परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि थराली में घंटों आपूर्ति ठप रहना आम हो गया है, जबकि देवाल के दूरस्थ गांव वांण में भी विद्युत की समस्या से ग्रामीण त्रस्त हैं। उपभोक्ता हेमचंद्र, सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि विभागीय अधिकारी एक ओर जहां लाइन में लोड का बहाना बना रहे हैं। वहीं कई स्थानों पर विद्युत पोल व लाइनें जानलेवा बनी हैं।