बागेश्वर में महिला को बंदर ने काटा, घायल
बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील के मटेना गांव में बंदरों के झुंड ने एक महिला पर हमला कर उसे घायल कर दिया। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बागेश्वर, [जेएनएन]: गरुड़ तहसील के गावों में बन्दरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। बन्दरों ने एक महिला पर हमला कर उसे काट दिया। इससे महिला घायल हो गई। महिला का मोहन सिंह मेहता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ से इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने बन्दरों को पकड़ने और घायल को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
तहसील के मटेना गांव निवासी मुन्नी देवी (42 वर्ष) पत्नी सुरेश चंद्र अपने खेतों में काम कर रही थी। तभी वहां बन्दरों का झुंड आ धमका। महिला ने बन्दरों को भगाने की कोशिश की तो बन्दरों ने उस पर हमला कर काट दिया।
इससे महिला जख्मी हो गई। महिला का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ से इलाज चल रहा है। इस घटना से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति तीव्र रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि तीन माह के भीतर बंदर चार ग्रामीणों को घायल कर चुके हैं। बन्दरों के आतंक के चलते बच्चों का स्कूल जाना और महिलाओं का खेतों में काम करना मुश्किल हो गया है।
विभाग को बार-बार सूचना देने के बाद भी वन विभाग बन्दरों को नहीँ पकड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि घायल महिला की आर्थिक स्थिति कमजोर है। वन विभाग को तत्काल घायल महिला को इलाज के लिए आर्थिक सहायता देनी चाहिए। मटेना की ग्राम प्रधान शकुंतला कांडपाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रेमा नेगी, ग्रामीण नारायण दत्त, ख्याली दत्त जोशी, गिरीश भट्ट, मनोज खोलिया, हरीश खोलिया, भोला दत्त तिवारी, बसन्त कांडपाल, कैलाश पांडे आदि ने वन विभाग से बन्दरों को पकड़ने और उनकी नसबंदी किए जाने की मांग की है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वन विभाग ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
बन्दरों के हमले में अब तक घायल ग्रामीण
ज्वाला दत्त जोशी जुलाई में
प्रेमा देवी अगस्त में
खष्टी देवी सितंबर में
मुन्नी देवी अक्टूबर में
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