उपस्थिति पंजिका में नहीं किया अंकित, अब दिया प्रमाण पत्र
जागरण संवाददाता,बागेश्वर :
जनपद की शिक्षा व्यवस्था पूर्व से ही चरमराई हुई है। अब यहां प्रधानाध्यापक के अजीबोगरीब किस्से भी देखने को मिल रहे हैं। एक जुलाई को शासन के निर्देश पर हुए औचक निरीक्षण में निलंबित एक अध्यापक को बचाने के लिए अब यह प्रमाण पत्र दे दिया है कि निलंबित अध्यापक ने फोन पर अवकाश लिया था। जबकि डीईओ के निरीक्षण में पंजिका में अवकाश दर्ज नहीं किया गया था।
एक जुलाई को शिक्षा महानिदेशक के निर्देश पर प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें डीईओ बेसिक रामेंद्र कुशवाहा ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रतबे के अध्यापक त्रिलोक राम को विद्यालय से गायब पाया। उपस्थिति पंजिका में भी त्रिलोक राम का कोई अवकाश देय नहीं था। जिस पर डीईओ ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी। शासन ने जनपद में अनुपस्थित तीन अध्यापकों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए। जिसके बाद राजकीय प्राथमिक विद्यालय रतबे के प्रधानाध्यापक मदन मोहन ने निलंबित अध्यापक को यह प्रमाण पत्र दिया है कि एक जुलाई को त्रिलोक राम ने उन्हें फोन पर अवकाश लेने की सूचना दी थी। इस आशय का प्रमाण पत्र भी निलंबित अध्यापक ने डीईओ को सौंपा है। इससे अब नया सवाल पैदा हो गया है कि यदि शिक्षक ने अवकाश लिया तो उसे प्रधानाध्यापक ने अंकित क्यों नहीं किया। इसके पीछे प्रधानाध्यापक की लापरवाही कहें या फिर इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी।