राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा हुई तो होगा आंदोलन
संवाद सूत्र, कांडा: राज्य आंदोलनकारियों को आज तक सम्मान व परिचय पत्र नही दिए जाने से खासा रोष व्या
संवाद सूत्र, कांडा: राज्य आंदोलनकारियों को आज तक सम्मान व परिचय पत्र नही दिए जाने से खासा रोष व्याप्त है। राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
राज्य आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर बैठक आयोजित हुई। बैठक में राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि जिले में 352 आंदोलनकारियों को चिह्नित किया गया है। लेकिन आज तक न तो उन्हें सम्मान पत्र दिया गया है न ही उन्हें परिचय पत्र दिया गया है। जिससे राज्य आंदोलनकारी अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे है। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाने वालों के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है तो सामान्य आदमी की कहां सुनवाई होगी। कई बार इस संबंध में जनप्रतिनिधियों व उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया गया लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नही मिल पाया। जिससे राज्य आंदोलनकारी अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे है। अन्य जिलों में लगातार राज्य आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण का काम किया जा रहा है। वहां उनकी मांगों पर कार्रवाई हो रही है। लेकिन इस जिले में कोई सुधलेवा नही है। उन्होंने इस संबंध में विधायक बलवंत भौर्याल को ज्ञापन सौंप जल्द राज्य आंदोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नही होती तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। इस अवसर पर बंशीधर कांडपाल, आकाश मेहरा, जगदीश लाल वर्मा, विनोद कांडपाल, प्रकाश पंत, खीम ¨सह, जितेंद्र वर्मा, किशोर कांडपाल, दीपक वर्मा, भैरव, विरेंद्र कांडपाल आदि राज्य आंदोलनकारी मौजूद थे।