इतिहास बनने कीकगार पर चौकी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राजस्व विभाग जनता के जमीन मकान के चाहे जितने हिसाब रखता हो, लेकिन अपनी खु
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राजस्व विभाग जनता के जमीन मकान के चाहे जितने हिसाब रखता हो, लेकिन अपनी खुद की छत बचाने में नाकाम दिख रहा है। अंग्रेजी शासन काल में बनी पटवारी चौकी अपना वजूद खोती नजर आ रही है। चौक बाजार में बागनाथ मंदिर के पास स्थित पटवारी चौकी में पटवारी और कानूनगो का कार्यालय है। अंग्रेजी शासन काल में बना यह कार्यालय तब से अब तक राजस्व विभाग के लिए ही प्रयोग में आ रहा है। कार्यालय की छतें और दीवारें दरारों से भरी पड़ी हैं। सीलन से भरे इस कमरे में जगह-जगह से पानी टपक रहा है। कमरे में अंदर प्रवेश करते ही छत झूला पुल की तरह हिल रही है। अंदर कदम रखते ही डर लगता है कि कहीं यह भरभरा कर गिर न पड़े। विभाग के नक्शे व अन्य फाइलें जिस कमरे में रखी हैं वहां पर छत से पानी टपक कर कमरे में आ रहा है और फाइलें गीली हो रही हैं। पटवारी सुरेश राठौर का कहना है कि कई बार शासन को इस बारे में सूचित किया गया लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। विभाग में कार्यरत राजू का कहना है कि 2004 से लगातार इस जगह पर हूं हर पल इस डर में बीतता है कि कहीं इसी में दफन न हो जाऊं। बरसात आते ही छत से पानी टपकने का सिलसिला तेज हो गया तो छत पर पॉलीथिन डाली गई है। इसके बावजूद पानी आना पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है। पहली मंजिल की छत पूरी तरह से गिर गई तो बीते वर्ष यहां पर लकड़ी की प्लाई लगाई गई ताकि काम चलता रहे।
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विभाग को कई बार इस बारे में सूचित किया गया है। लेकिन अभी तक इसके लिए कोई बजट पास नहीं हुआ। यहां बैठने पर हर समय खतरा बना रहता है। दीवारें और छत पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं।
-आनंदपुरी, प्रभारी कानूनगो, बागेश्वर