बेमौसम कारोबार पर लक्ष्मी मेहरबान
गरुड़ (बागेश्वर) : पहाड़ की बंजर जमीन। ऊपर से सिंचाई और जंगली जानवरों की समस्या। ऐसी जमीन को उपजाऊ
गरुड़ (बागेश्वर) : पहाड़ की बंजर जमीन। ऊपर से सिंचाई और जंगली जानवरों की समस्या। ऐसी जमीन को उपजाऊ कर कारोबार करना वो भी बेमौसमी। पहाड़ जैसा हौसला रखने वाला ही व्यक्ति कर सकता है। ऐसा कर दिखाया मुझारचौंरा निवासी भूपाल सिंह ने। उनकी मेहनत पर अब लक्ष्मी मेहरबान हो रही है। वह हर साल न केवल अच्छी-खासा कारोबार कर रहे हैं, बल्कि बेरोजगार युवाओं के लिए भी नजीर बन चुके हैं।
बेरोजगारी से जूझ रहे मुझारचौंरा निवासी भूपाल सिंह कठायत ने बंजर खेतों में आय का स्रोत निकालने के लिए प्रयास किया। उन्होंने गांव में पॉलीहाउस लगाकर बेमौसमी सब्जी उगाना शुरू कर दिया। भूपाल सिंह ने बताया कि सिंचाई और जंगली जानवरों की समस्या के चलते पहाड़ में किसी प्रकार की खेती करना आसान काम नहीं है। जंगली जानकारी फल, सब्जी और फसल को चौपट कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि सरकार जंगली जानवरों पर अंकुश लगाए तो यहां का पलायन रुक सकता है। बताया कि सब्जी उगाने के लिए पहले उन्होंने चौड़ी पत्ती के पेड़ लगाए जिससे पानी की किल्लत भी दूर हुई। वर्तमान में उन्होंने 50 नाली भूमि में पांच पालीहाउस लगाए और अब बेमौसमी सब्जी का व्यापार करते हैं।
----------------------
जैविक खाद का करते हैं इस्तेमाल
गरुड़ : काश्तकार भूपाल सिंह अपने खेतों में जैविक खाद का ही इस्तेमाल करते हैं। बताते हैं कि खेतों में गाय, भैंस के गोबर की खाद व पंचगव्य का प्रयोग करते हैं। कृषि विभाग द्वारा समय पर बीज उपलब्ध न कराने पर वे नाराज हैं।
-----------------
विभाग नहीं देता तवज्जो
भूपाल सिंह बताते हैं कि खेती व किसानों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को पुरस्कृत करने वाले उद्यान विभाग व कृषि विभाग से कोई सहायता नहीं मिलती है। सुनने में आता है कि इसके लिए विभाग पुरस्कार देते हैं परंतु उन्हें अब तक बीज तक नहीं मिला।