सड़क हादसे में ग्रामीण की मौत
जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : बगवालीपोखर के ग्रामीण की बरेली में सड़क हादसे में मौत हो गई। साइकिल से कमरे की ओर लौटते वक्त उसे तेज रफ्तार टेंपो ने चपेट में ले लिया। वह रोजी रोटी की खातिर गांव से दूर करीब 30 साल से बरेली में रह रहा था। दुर्घटना की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया।
मूल रूप से ग्राम सकुनी बगवालीपोखर निवासी किशन राम (48) पुत्र स्व.करम राम चौपला (बरेली) स्थित नारीमन पेट्रोल पंप स्वामी के यहां नौकरी करता था। वह चौपला में ही किराए पर रहता था। बीते दिवस रात को वह साइकिल से कमरे की ओर जा रहा था। तभी माल गोदाम रोड पर तेज रफ्तार टेंपो ने पीछे से जबर्दस्त टक्कर मार दी। इससे किशन राम गंभीर रूप से जख्मी हो गया। चिकित्सालय ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया।
बगवालीपोखर से बरेली पहुंचे मृतक के भाई शिवलाल के मुताबिक वह करीब तीस सालों से नारीमन पेट्रोल पंप स्वामी के यहां बतौर खानसामा नौकरी करता था। तहरीर के आधार पर बरेली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोषी टेंपो चालक को गिरफ्तार कर लिया है। परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को पैतृक गांव ले गए। बताया कि अंत्येष्टि बुधवार को की जाएगी।
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बेटियों को अफसर बनाने का था सपना
किशन राम महज रोजी-रोटी के लिए गांव-परिवार से दूर नहीं गया था। पहाड़ से पलायन करने का मकसद बेटियों को पढ़ा-लिखा कर अफसर बनाना था। यही वजह थी चार पुत्रियों व एक पुत्र में दो बेटियों को बरेली ले गया। बड़ी बेटी बीए द्वितीय व छोटी बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। जबकि पत्नी तारा देवी तीन अन्य बच्चों के साथ गांव में ही रहती है। परिजनों के अनुसार किशन राम की तमन्ना दिन रात मेहनत कर बेटियों को बड़ा अफसर बनाने की थी जो असमय मौत से अधूरी रह गई।
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शोक में डूबा सकुनी गांव
बगवालीपोखर का सकुनी गांव शोक में डूब गया है। किशन राम जिस उम्मीद से गांव से दूर बरेली में रहकर परिवार की गुजर बसर कर रहा था वह वाकई ग्रामीणों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया था। गांव में बीवी-बच्चों के साथ ही दो बेटियों की पढ़ाई का खर्च वह बखूबी उठा रहा था। सकुनी ग्राम में उसकी मौत से हर कोई गमगीन है।