सीमित सीट के मुद्दे पर अभाविप मुखर
- डिग्री कॉलेज में छात्र संख्या के अनुरूप सीटों के निर्धारण की मांग
- महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया का मामला
जागरण संवाददाता, रानीखेत: राजकीय महाविद्यालय में नए सत्र में सीमित सीटों पर ही प्रवेश दिए जाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कड़ी नाराजगी जताई है। सदस्यों ने प्राचार्य के माध्यम से कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेज कर सीमित सीटों को बढ़ाने की मांग की है। चेतावनी दी है कि सीटें नहीं बढ़ाए जाने पर छात्र हितों के लिए परिषद आंदोलन करने को बाध्य होगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने कहा है कि रानीखेत महाविद्यालय में मजखाली, द्वारसौं, कुंवाली, गगास, बग्वालीपोखर, ताड़ीखेत, पिलखोली, भुजान, भतरौंजखान आदि क्षेत्रों के छात्र उच्च शिक्षा को आते हैं और इन क्षेत्रों में एक मात्र महाविद्यालय होने के कारण यहां छात्र संख्या अधिक रहती है। लेकिन कक्षाओं में सीटों के निर्धारण से क्षेत्र के हजारों युवाओं का भविष्य अंधकार में डूब जाएगा। उन्होंने कहा है कि सीटें निर्धारित किए जाने पर कई छात्र उच्च शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। परिषद के सदस्यों ने कुलपति से सीमित सीटों के निर्णय पर पुन:विचार कर संशोधित किए जाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि छात्र हितों को देखते हुए सीटों में संशोधन नहीं किया गया तो परिषद छात्रों को लेकर आंदोलन को बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में परिषद के जिला प्रमुख बृजेश शर्मा, कविराज वर्मा, महेश पपनै, पावस जोशी, ललित रौतेला, हिमांशु गयाल, हिमांशु पंत आदि शामिल थे।