राष्ट्रीय परिवार घोषित हों क्रांतिवीरों के परिवार
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को कुटुंब पेंशन दिए जाने का शासनादेश जारी होन
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को कुटुंब पेंशन दिए जाने का शासनादेश जारी होने के बावजूद पेंशन नहीं मिलने पर संगठन ने नाराजगी जताई है। वक्ताओं ने क्रांतिवीरों के परिवारों को राष्ट्रीय परिवार घोषित करने की पुरजोर मांग उठाई। तय किया गया कि शीघ्र ही एक शिष्टमंडल विधायक के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन की बैठक में मंगलवार को आश्रितों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने क्रांति वीरों के लिए कुटुंब पेंशन का शासनादेश जारी किया था, नई सरकार गठन के बाद इस पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। साथ ही तीसरी पीढ़ी को दिए गए परिचय पत्रों के आधार पर सुविधाएं मुहैया करवाई जाने की मांग की। बैठक के दौरान वक् ताओं ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मुख्य व परिसर गेट पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मदन मोहन उपाध्याय का नाम नहीं लिखे जाने पर रोष जताया। तय किया गया कि मांगों को लेकर शीघ्र ही एक शिष्ट मंडल विधायक महेश नेगी के नेतृत्व में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात करेगा। अध्यक्षता हिमाशु उपाध्याय व संचालन कैलाश फुलारा ने किया। बैठक में राम सिंह बौरा, गिरधर सिंह बिष्ट, थान सिंह रावत, रामकिशन, नवीन चंद्र जोशी, तारा लाल साह, मोहन चंद्र तिवारी, आनंद सिंह रावत, मोहन चंद्र पाडे, कुंदन सिंह, मदन सिंह बौरा आदि मौजूद रहे।