अघोषित आपातकाल की जद में देश : बिष्ट
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : उत्तराखंड लोक वाहिनी के केंद्रीय अध्यक्ष शमशेर ¨सह बिष्ट ने मोदी सरकार के
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : उत्तराखंड लोक वाहिनी के केंद्रीय अध्यक्ष शमशेर ¨सह बिष्ट ने मोदी सरकार के कार्यकाल की तुलना हिटलर से की है। उनका मानना है कि मोदी सरकार के कामकाज और हिटलर की तानाशाही में कोई अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के मन की बात में इंदिरा गांधी के शासन काल में 25 जून 1975 में लागू आपातकाल को लोकतंत्र के लिए काला दिन कहते हुए आंदोलकारियों को जेल में डाल दिया था और बोलने की आजादी छीन कर अखबारों पर प्रतिबंध लगा दिया था। जो लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश थी। आज भी ऐसे सोच के लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। मोदी के मन की बात को याद करते हुए यह कहना ठीक होगा कि हिटलर ने जर्मनी में अपने मन की बात रखने की पूरी आजादी थी। ताकि हिटलर की बात जन-जन तक पहुंच जाए, लेकिन जन के मन की बात बाहर न आए। अगर कहीं आमजन की बात शासन के विरुद्ध जाती थी तो ऐसा माहौल बना दिया जाए कि सत्ता विरोध का अर्थ ही देशद्रोह हो जाए। आज भारत में हिटलर के इस आदर्श को दोहराया जा रहा है। आज किसानों की आत्महत्या की बात करना देशद्रोह है। आज वही देश भक्त है जो गो हत्या के नाम पर मानव की हत्या करें और समाज को धर्म जाति में विभाजित करें। इसीलिए 1975 में घोषित आपातकाल में जहां काला पक्ष भी था। तब कुछ अखबारों ने उस काले दिन में अखबार भी काले कर दिए थे, लेकिन आज अघोषित आपातकाल में ही ऐसी स्थिति बन गई है। आज यह समझने की बात है कि घोषित आपातकाल प्रभावी था या अघोषित आपातकाल।