सीधे संवाद में कोहली व नलिन ने बताए समाधान
अल्मोड़ा : उत्तरायण फाउंडेशन (फेथ) की व्याख्यानमाला में मिजोरम के पूर्व राज्यपाल एआर कोहली व भाजप
अल्मोड़ा : उत्तरायण फाउंडेशन (फेथ) की व्याख्यानमाला में मिजोरम के पूर्व राज्यपाल एआर कोहली व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता नलिन सत्यकाम कोहली ने नागरिकों से सीधा संवाद किया। बुद्धिजीवियों व विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों के सवालों के त्वरित जवाब दिए। वहीं समाधान भी दिया। इसमें विषम भौगोलिक हालात वाले पहाड़ में कठिन खेती, इससे जुड़ी समस्याओं के साथ कुपोषण से अधिक शराब संस्कृति से संबंधित सवाल खूब उठे।
पर्वतीय क्षेत्रों में हाड़तोड़ मेहनत पर पानी फेर रहे जंगली जानवरों के आतंक संबंधी सवाल पर पूर्व राज्यपाल कोहली ने कहा, हिमाचल में जंगली जानवरों को मारने का निर्णय ले लिया गया है। उत्तराखंड सरकार को भी ऐसे ही कड़े फैसले लेने होंगे। कहा कि इस ज्वलंत मुद्दे पर शनिवार को वह अल्मोड़ा पहुंच रहे मुख्यमंत्री से वार्ता भी करेंगे। कुपोषण से ज्यादा शराब की समस्या तथा सरकारों के ठोस निर्णय न लेने संबंधी प्रश्न पर पूर्व राज्यपाल बोले- यह सामूहिक जिम्मेदारी है। जनता पीना ही न चाहे तो शराब बंद हो जाए। चुटकी ली कि पहले सरकार चुनते हो, फिर असंतुष्ट हो जाते हो। जैसा चुनोगा, वैसे ही भविष्य बनेगा।
शराब संस्कृति के लिए मौजूदा राजनीति पर दोषारोपण तथा चुनाव सुधार के सवाल पर उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन सत्यकाम कोहली ने कहा, शराबबंदी से अन्य नशों व अवैध कारोबार बढ़ने की गुंजाइश रहती है। हरियाणा व बिहार से आ रही रिपोर्ट इसकी तस्दीक कर रही। कहा कि सरकार व कानून से अपेक्षा बढ़ रही है। लेकिन समाधान से समाज को भी जुड़ना जरूरी है। उन्होंने रेवन्यू जनरेट कैपेसिटी को बड़ा विकल्प बताया।
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