संस्कृति संरक्षण पर होगा 18 लाख खर्च
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: वर्ष 2017-18 में सांस्कृतिक संरक्षण पर साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था श्री लक्
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: वर्ष 2017-18 में सांस्कृतिक संरक्षण पर साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था श्री लक्ष्मी भंडार (हुक्का क्लब) 18 लाख रुपये खर्च करेगी। संस्था की वार्षिक बैठक में यह बजट तय किया गया। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों को विस्तार देने का निर्णय लिया।
संस्था भवन में आयोजित बैठक में वार्षिक आय-व्यय की पुष्टि हुई और वर्ष में रामलीला रंगमंच, रामलीला, मलहार संध्या व होलिकोत्सव समेत विविध कार्यक्रमों पर खर्च का बजट 18 लाख रुपये रखी गई। इसके अलावा संस्कृति के संरक्षण में एकजुटता से योगदान देने का निर्णय लिया गया। संस्था के अध्यक्ष प्रभात लाल साह गंगोला ने कहा कि संस्था की गतिविधियों को और अधिक विस्तार दिया जाएगा, ताकि यहां की संस्कृति की देश-विदेश में पहचान मिले। सचिव शिवचरण पांडे ने सभी सदस्यों का आह्वान किया कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर संस्कृति को बचाने और संस्था के उन्नयन में अहम् भूमिका निभाएं। उप सचिव राजेंद्र तिवारी ने कहा कि युवा कलाकारों को जोड़कर रंगमंच के उन्नयन के लिए काम करना होगा। आम बैठक में संरक्षक शंकर लाल साह, दिनेश चंद्र पांडे, अखिल कार्की, ललित मोहन साह, अभय उप्रेती, सीसी तिवारी, श्याम लाल साह, जगदीश लाल साह, भुवन चंद्र साह, विनीत बिष्ट, धरणीधर पांडे, त्रिभुवन गिरी महाराज, कंचन कुमार तिवारी समेत कई सदस्य शामिल थे।
---
::: बाक्स ::::
प्रभात अध्यक्ष व शिवचरण सचिव बने
अल्मोड़ा: श्री लक्ष्मी भंडार (हुक्का क्लब) अल्मोड़ा की वार्षिक बैठक में संस्था की नई कार्यकारिणी का गठन भी कर लिया गया। जिसमें प्रभात कुमार साह गंगोला अध्यक्ष, अश्विनी कुमार तिवारी उपाध्यक्ष, शिवचरण पांडे सचिव, डॉ. केसी भट्ट कोषाध्यक्ष, राजेंद्र प्रसाद तिवारी उप सचिव चुने गए। इनके अलावा दिनेश चंद्र पांडे, अखिल कार्की, ललित मोहन साह व अभय उप्रेती को सदस्य चुना गया। सलाहकार समिति में विपिन चंद्र तिवारी, श्याम लाल साह, जगदीश लाल, चारू चंद्र तिवारी, भुवन चंद्र साह तथा सांस्कृतिक समिति में मनीष पांडे, राजेंद्र सिंह नयाल, धीरज साह, मनोज वर्मा, डॉ. ललित चंद्र जोशी को शामिल किया गया। इनके अलावा अश्विनी कुमार तिवारी को कानूनी सलाहकार बनाया गया है, जबकि मीडिया समिति में डॉ. ललित चंद्र जोशी 'योगी', विनीत बिष्ट व जगत मोहन जोशी को शामिल किया गया है।