फांसी पर झूला इंजीनियरिंग का छात्र
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : विपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआईटी) के छात्र ने फांसी
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : विपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआईटी) के छात्र ने फांसी लगा जिंदगी खत्म कर ली। वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग (तृतीय वर्ष) का विद्यार्थी था। उसका शव हॉस्टल के बाथरूम में सीमेंट के बीम पर लटका मिला। सुसाइड नोट में छात्र ने पढ़ाई का दबाव व माता पिता की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने को आत्महत्या की वजह बताया है। हालांकि परिजनों ने कहा, बेटा आत्मघाती कदम नहीं उठा सकता। छात्रावास की घटना से संस्थान में हड़कंप मच गया।
ग्राम नगरिया थाना मिलक जिला रामपुर (उप्र) निवासी अमित कुमार गंगवार पुत्र अर्जुन सिंह प्रौद्योगिकी संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष का छात्र था। वह विंद्याचल छात्रावास के कक्ष संख्या 230 में रहता था। बुधवार की सुबह उसका शव बाथरूम में छत की बीम पर टाई से लटका मिला। सूचना से हॉस्टल में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष चंद्रमोहन सिंह ने मय टीम मुआयना किया। मृतक की डायरी से सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने पढ़ाई का बोझ तथा माता पिता की अपेक्षाओं पर खरा न उतर पाने का जिक्र किया था। संस्थान सूत्रों के अनुसार अमित बीती मंगलवार को कक्षा में नहीं गया था।
दोपहर मृतक छात्र की माता कमलेश कुमारी, पापा अर्जुन सिंह, फूफा गंगा राम, चाचा सतीश कुमार व भाई सुनील आदि परिजन घटना स्थल पर पहुंचे। बेटे का शव देख माता पिता व अन्य रिश्तेदार बिलख उठे। अमित की मां ने कहा कि उसका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। बीती रात साढ़े नौ बजे जब उसने घर पर फोन किया था तो वह तनाव में नहीं बिल्कुल नहीं लगा। कमलेश कुमारी के अनुसार वह सब कुछ ठीक होने की बात कह रहा था। वहीं कॉलेज में गमगीन विद्यार्थी भी घटना पर यकीन नहीं कर पा रहे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए शव रानीखेत भेजा गया।
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सुसाइड नोट के कुछ मुख्य अंश
'.. वह माता-पिता की अपेक्षाओं पर खरा नही उतर पा रहा। पढ़ाई का दबाव नहीं झेल पा रहा ..' मुरादाबाद से फार्मेसी कर रहे छोटे भाई सुनील के लिए लिखा है- 'को लिखा कि पढ़ाई में ध्यान देना। मम्मी पापा को परेशान मत करना..'।
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यह पहला मामला नहीं
कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान में छात्र की आत्महत्या का यह पहला मामला नहीं है। वर्ष 2010 में यमुनोत्री छात्रावास में छात्रा जबकि करीब दो साल बाद 2012 में नंदादेवी छात्रावास में छात्र की हत्या कर दी गई थी। इसमें उसके ही साथी विद्यार्थी को गिरफ्तार किया गया था।
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'अमित पढ़ने में ठीक था। उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष की परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। वर्तमान में वह इंजीनियरिंग में अभिरुचि परीक्षा (गेट) की तैयारी भी कर रहा था। उसके इस कदम से हम सब बेहद दुखी हैं।
- राजेंद्र भारती, वार्डन विध्याचल छात्रावास'