देखो यह कैसी खिल रही है फुलवारी.
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: बैराठ की रंगीली धरती में बसे चांदीखेत गांव में रामलीला नाटक का मंचन जारी है।
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: बैराठ की रंगीली धरती में बसे चांदीखेत गांव में रामलीला नाटक का मंचन जारी है। दूसरे दिन भी मंगलवार की सायं लीला श्रीराम जन्म से प्रारंभ होकर पुष्प वाटिका तक चली। इस दौरान एक्टरों ने अपने सुंदर अभिनय से देर रात तक दर्शकों को पंडाल में बांधे रखा। विविध रंगारंग कार्यक्रमों ने भी रंग जमाया।
लीला का शुभारंभ कोरस की बालिकाओं केसाथ ही राधा-कृष्ण की सुंदर नृत्य प्रस्तुति के साथ हुआ। इसके बाद पात्रों ने राम जन्म, विश्वामित्र आगमन, सुबाहू-मारीच वध, गौरी पूजन व पुष्प वाटिका जैसे के दृश्यों का मंचन किया। इस दौरान मंच पर ताड़िका के पात्र के धमाकेदार अभिनय ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। सुबाहू-मारीच वध के भावपूर्ण सीन ने सबको को भावविभोर कर दिया।
लीला में ताड़िका का अभिनय इंद्र राम व मनोज कुमार, विश्वामित्र बीरेंद्र सिंह कुमयां, सुबाहू-मारीच नंदन अधिकारी व नवीन कांडपाल, मंत्री दीपक मठपाल, राम लक्ष्मण शीतल गोस्वामी व साक्षी कुमयां व दशरथ का अभिनय गिरधर खत्री ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन जीवन सिंह मेहरा ने किया। तबले पर आनंद हर्बोला व हारमोनियम पर भागीरथ ने संगत दी। अंत में अध्यक्ष भूपाल सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।