विश्व शांति का संदेश, आतंकवाद के खात्मे का वादा
संवाद सहयोगी, रानीखेत : भारतीय सेना के गरुड़ डिवीजन का मैत्रीद्वार एक बार फिर भारत एवं अमेरिका के बीच
संवाद सहयोगी, रानीखेत : भारतीय सेना के गरुड़ डिवीजन का मैत्रीद्वार एक बार फिर भारत एवं अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग एवं सामरिक रिश्तों की मजबूती का गवाह बना। 'संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास-2016' को विदाई देते हुए विश्व के सबसे बड़े गणतांत्रिक देश भारत व दुनिया की महाशक्ति अमेरिका के सैन्य अधिकारियों ने एक मंच से आतंकवाद की वैश्विक चुनौती से मिलकर निपटने का संकल्प दोहराया। भारतीय सेना के डिवीजन कमांडर मेजर जनरल (सेना मेडल) आरके रैना ने संयुक्त अभ्यास को अभूतपूर्व बताया। कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड डिवीजन के जनरल लॉरेंस हैस्किंस ने माना कि युद्धाभ्यास से दोनों देश और करीब आए हैं। यह आतंकवाद से निबटने में मददगार रहेगा।
रक्षा सहयोग एवं सामरिक रिश्तों को और मजबूत करने के उद्देश्य से चौबटिया रेंज में बीती 15 सितंबर से शुरू 12वें इंडो अमेरिकन संयुक्त युद्ध अभ्यास का मंगलवार को दोनों राष्ट्रों के कमांडरों की डी ब्रीफिंग के साथ समापन हुआ। भारतीय राष्ट्रगान 'जन गण मन' व अमेरिकी स्टार स्पंगल्ड बैनर की धुन पर सैनिकों ने अपने-अपने ध्वज के साथ फ्लैग मार्च पास्ट किया। भारत व अमेरिकी वरिष्ठ सैन्य अफसरों ने सलामी ली। भारतीय सेना के डिवीजन कमांडर मेजर जनरल रैना ने कहा, संयुक्त सैन्य अभ्यास से दोनों ही राष्ट्रों के सैनिकों ने युद्धक क्षमता दिखाने के साथ ही एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा है। विचार साझा करने का यह अच्छा माध्यम रहा।
अमेरिकी सैन्य अफसर लॉरेंस हैस्किंस ने कहा, भारतीय अनुशासित, बहादुर व शातिप्रिय सेना से हमारी दोस्ती और मजबूत हुई है। उम्मीद जताई कि भविष्य में होने वाले सैन्य ऑपरेशनों में दोनों देशों की सेना बेहतर परिणाम देगी। इस मौके पर भारतीय सेना के ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर एके कासिद, अमेरिकी सेवन इंफेंट्री डिवीजन के मेजर जनरल थॉमस जेम्स आदि मौजूद रहे।