क्रशर की सुगबुगाहट पर भड़कने लगा जनाक्रोश
जागरण टीम, रानीखेत/ गरमपानी : अंतरजनपदीय सीमा पर धारी गांव (बेतालघाट) में स्टोन क्रशर लगाये जाने की
जागरण टीम, रानीखेत/ गरमपानी : अंतरजनपदीय सीमा पर धारी गांव (बेतालघाट) में स्टोन क्रशर लगाये जाने की सुगबुगाहट पर विरोध के सुर मुखर होने लगे हैं। क्षेत्रवासियों ने प्रस्तावित भूखंड को ग्राम पंचायत की गौचर भूमि करार दिया है। प्रदूषण का हवाला देते हुए दो टूक चेतावनी दी है कि पहाड़ में यदि मैदान की नकल कर क्रशर को हरी झंडी दी गई तो जनांदोलन शुरू कर दिया जायेगा। इस मामले में प्रशासन पर प्रभावशालियों के दबाव में आकर अनुमति न दिये जाने का आग्रह भी किया गया है।
धारी गांव में स्टोन क्रशर स्थापित किये जाने की चर्चाओं के बीच जनाक्रोश भड़कने लगा है। ग्रामीणों के अनुसार कुछ प्रभावशाली लोग ग्राम पंचायत के पास गौचर की भूमि का अधिग्रहण करा शासन व प्रशासन के जरिये क्रशर लगवाने की तैयारी में हैं। लोगों ने कहा कि वर्षो से इस भूमि को वह दो सौ से ज्यादा मवेशियों के लिए चारागाह के रूप में इस्तेमाल करते आये हैं। वहीं क्रशर लगाये जाने से जहां पर्यावरण प्रभावित होगा, वहीं धारी तथा आसपास के गांवों को प्रदूषण की मार झेलनी पड़ेगी।
ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि किसी भी सूरत में क्रशर नहीं लगने दिया जायेगा। इसी सिलसिले में डीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम प्रमोद कुमार को देकर अनुमति न दिये जाने की मांग की गई है। ज्ञापन भेजने वालों में प्रगतिशील किसान बिशन सिंह जंतवाल, पुष्पा देवी, सुनीता देवी, बचुली देवी, ममता जंतवाल, कमला देवी, कमल सिंह, शंकर सिंह, धन सिंह जंतवाल, पान सिंह, राजेंद्र सिंह आदि शामिल हैं।
'पूरे मामले की जांच करेंगे। कोई प्रस्ताव बना है तो उसे भी देखेंगे। स्टोन क्रशर के मामले में पहले ग्रामीणों से सहमति ली जायेगी। वह राजी न हुए तो क्रशर स्थापित नहीं किया जायेगा।
- प्रमोद कुमार, एसडीएम कोश्या कुटौली'