एसडीएम ने पहाड़ का सीना चीरने की दे दी इजाजत
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : शहर में घर बनाने के लिए लोगों ने सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए हैं। खुलेआ
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : शहर में घर बनाने के लिए लोगों ने सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए हैं। खुलेआम जेसीबी से पहाड़ काटे जा रहे हैं और प्रशासन कोई कदम नहीं उठा पा रहा है। इसका ताजा मामला पांडेखोला का है। जहां पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा जेसीबी से दरका दिया गया है। यह काम लक्ष्मेश्वर निवासी एनसी जोशी करा रहे है। इनकी पांडेखोला में भी जमीन है जिसके आस-पास घनी आबादी है। यह काम पिछले एक माह से अधिक समय से चल रहा है। योजना है यहां एक बड़ी इमारत खड़ी करने की। इसके लिए शुरुआत में मजदूरों से काम कराया गया, लेकिन जब बाद में सेटिंग हुई तो जेसीबी से काम करवाया जाने लगा। मलबा भी निकाल कर रोड पर ही डाला जा रहा है। जबकि जिलाधिकारी सविन बंसल इस पर पहले ही नाराजगी जताते हुए कह चुके हैं कि सड़क पर मलबा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कई बार अधिकारियों का पांडेखोला रोड से गुजरना होता है, लेकिन उन्हें मलबा नहीं दिखाई दिया।
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मेरी ओर से ऐसी कोई इजाजत नहीं दी गई, जिसमें कहा गया हो कि पहाड़ पर जेसीबी से काम कराया जाए। मेरे आने से पहले यदि यह इजाजत दी गई हो तो मैं नहीं कह सकता।
- विवेक राय, एसडीएम
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पहाड़ मैं ही कटवा रहा हूं और इसके लिए मेरे पास अधिकारियों से ली गई इजाजत है। काम शुरू कराने से पहले ही एसडीएम से इजाजत ले ली थी, ताकि बाद में परेशानी न हो।
- एनसी जोशी, भू स्वामी
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पड़ोसी की फिक्र भी नहीं
मौजूदा वक्त में जहां जेसीबी से पहाड़ काटने का काम चल रहा है, वहां घनी आबादी है। पड़ोसी की दीवार से बिल्कुल सटा कर जेसीबी पहाड़ काट रही है। इसमें तेज कंपन हो रहा है। ऐसे में पड़ोसियों के दिल की धड़कन थमी रहती है। डर रहता है कि कहीं मकान न दरक जाए। हालांकि इससे न तो जेसीबी चलाने वाले को वास्ता है और नहीं काम कराने वाले को।