श्रमिकों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं
संवाद सहयोगी, रानीखेत: कुमाऊं वन श्रमिक संघ के पदाधिकारियों की बैठक में कर्मचारियों की विभिन्न समस्य
संवाद सहयोगी, रानीखेत: कुमाऊं वन श्रमिक संघ के पदाधिकारियों की बैठक में कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। साथ ही संगठनात्मक मजबूती व समस्याओं के समाधान को एकजुटता का संकल्प लिया गया। बागेश्वर, पिथौरागढ़ व चम्पावत में कार्यरत वन श्रमिकों को नौ माह से वेतन नहीं दिए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए सभी समस्याओं का शीघ्र समाधान की माग की गई।
वन श्रमिक संघ की कालिका डिपो में बैठक के दौरान वक्ताओं ने उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि विभाग बाहर से भर्ती कर वषरें से कार्य कर रहे श्रमिकों की उपेक्षा कर रहा है। बागेश्वर, पिथौरागढ़ व चम्पावत के वन श्रमिकों को पिछले नौ माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है जिस कारण श्रमिकों के सामने परिवार पालने की समस्या पैदा हो गई है। वक्ताओं ने वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति देने, तीन वर्ष के बकाया बोनस का शीघ्र भुगतान करने, सीधे भर्ती न करने आदि की मांग को प्रमुखता से उठाया। तय किया गया कि बृहद रणनीति के लिए 26 जून को कुमाऊं स्तरीय बैठक होगी जिसमें आंदोलनात्मक रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस मौके पर कैलाश चंद्र जोशी, चंद्रमोहन जोशी, बसंत बल्लभ पांडे, रमेश पांडे, भीम सिंह नेगी आदि ने विचार रखे।