रामगंगा जिले के लिए आंदोलन की तैयारी
संवाद सूत्र, भिकियासैंण: रामगंगा जिला बनाओ संघर्ष समिति एक बार फिर रामगंगा जिला बनाए जाने की मांग को
संवाद सूत्र, भिकियासैंण: रामगंगा जिला बनाओ संघर्ष समिति एक बार फिर रामगंगा जिला बनाए जाने की मांग को लेकर मुखर होने लगी है। समिति के बैनर तले शनिवार को यहां हुई बैठक में भौगोलिक दृष्टिकोण से रामगंगा जिले के सृजन को आवश्यक बताते हुए एकजुटता के साथ संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। तय हुआ कि शीघ्र ही एक शिष्ट मंडल देहरादून में मुख्यमंत्री से मिलेगा।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि दूरस्थ विकास खंड भिकियासैंण, स्याल्दे, सल्ट व चौखुटिया एवं द्वाराहाट-ताडीखेत के आंशिक क्षेत्रों को मिलकर रामगंगा जिला बनाने की मांग वर्षो से उठ रही है। इसे लिए कई बार आंदोलन भी जनता कर चुकी है, लेकिन आज तक नए जिले की मांग ठंडे बस्ते में है। वक्ताओं ने दलील देते हुए कहा किअनेक गांवों से जिला मुख्यालय अल्मोड़ा 150 किमी से 200 किमी दूर तक बैठता है।
मुख्यालय आने-जाने में जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है। वक्ताओं ने आम जनता से नए जनपद के सृजन के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का एलान किया। कहा कि यदि मांग की अनदेखी की गई तो जनता विधान सभा चुनाव का बहिष्कार करेगी। अध्यक्षता पूर्व प्रधान नंदन सिंह व संचालन गोबिंद बिष्ट ने किया। इस अवसर पर नरेंद्र बिष्ट, अमर सिंह, प्रयाग शर्मा, भगवती रिखाड़ी, लीला बिष्ट, देव गिरी, पुष्कर पाल, महिपाल बिष्ट, मदन मेहरा, पूरन मावड़ी व भारत भूषण आदि ने विचार रखे।