हरकत में स्वास्थ्य महकमा, कुमाऊं में अलर्ट
जागरण टीम, रानीखेत/ गरमपानी: हल्द्वानी में स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया
जागरण टीम, रानीखेत/ गरमपानी: हल्द्वानी में स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। जाता है। कुमाऊं में अलर्ट कर दिया है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही तराई व भाबर से पर्वतीय जिलों को मुर्गी सप्लाई का फैसला ले लिया गया है। इसमें पशुपालन विभाग को साथ लेकर अभियान चलाया जाएगा।
स्वाइन फ्लू का एक मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता हो गया है। स्वाइन फ्लू पांव न पसारे महकमे ने सतर्कता बढ़ा दी है। एहतियात इसलिए भी कि सर्दी में बर्ड फ्लू का जोखिम अधिक रहता है। मैदान में अधिकांश इलाकों में सूअर बाडों के साथ ही मुर्गी पालन भी होता है ऐसे में स्वाइन फ्लू के वायरस एच-1 एन-1 से संक्रमित सूअर व बर्ड फ्लू की चपेट में आई मुर्गियों के संपर्क में आने से नया विषाणु और अधिक घातक साबित हो सकता है। लिहाजा स्वास्थ्य महकमे ने तराई व भाबर से पहाड़ को सप्लाई होने वाले मुर्गा मुर्गियों पर पैनी नजर रखने का निर्णय लिया है। इसके तहत मुर्गा, मुर्गियों के स्वास्थ्य की जांच के बाद ही पहाड़ को सप्लाई की जाएगी। मैदान में भी बगैर जांच सप्लाई व बिक्री नहीं होने दी जाएगी। जन स्वास्थ्य के मद्देनजर पशु पालन विभाग को साथ लेकर संयुक्त ऑपरेशन चलाया जाएगा। अलबत्ता कुमाऊं में अलर्ट कर दिया गया है।
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ये हैं लक्षण
= बुखार, गले व सिर में दर्द, जुकाम, बदन टूटना, फेफड़ों में संक्रमण, श्वसन तंत्र का प्रभावित होना
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ऐसे करें बचाव
= घर व आसपास साफ सफाई रखे सुअर व मुर्गी बाड़े की नियमित सफाई, आसपास गंदगी न होने दें। साफ सुथरे हाथों से ही भोजन करें। पशु चिकित्सकों से नियमित सलाह, बाड़े की नियमित निगरानी
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'कुमाऊं में अलर्ट कर दिया गया है। लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी साी अस्पतालों में टेमी फ्लू की दवाएं उपलब्ध हैं। मुर्गा मुर्गियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर पर्वतीय जिलों को सप्लाई का निर्णय लिया है। पशु चिकित्सा विभाग को साथ लेकर संयुक्त ऑपरेशन चलाएंगे।
-गीता शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य कुमाऊं मंडल